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अंधे कत्ल का पर्दाफास, दो आरोपी गिरफ्तार तीन आरोपियों की तलाश जारी

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Sep 28, 2018

राम डंडोतिया - बता दें कि बीते 11 सितम्बर को पुलिस को मोहन कुशवाह ने सूचना देकर बताया कि उसके भाई राजबीर का शव हाईवे किनारे पड़ा है। मोहन ने पुलिस को बताया उसका भाई राजबीर कल शाम से घर भी नहीं गया था। इस पर पुलिस ने बारीकी से पड़ताल की और अपने मुखबिर तंत्र को सक्रीय किया तो पता चला कि उत्तरप्रदेश से एक गेंग आगरा, इटावा, मध्यप्रदेश के भिंड ग्वालियर  आदि इलाको में लूट करने के लिए आता है। परिस्थियों बिगड़ने पर हत्या जैसी बारदातो को अंजाम देकर फरार हो जाते और अन्य नए राज्यों में चले जाते।

मुखबिर की सहायता से दो आरोपी गिरफ्त में

पुलिस ने मुखबिर की निशान देही पर उत्तर प्रदेश के फरुखाबाद जाकर दबिश दी, वहां गैंग  सदस्य विकास को पकड़ा और पूछताछ में कुल पांच लोगो के नाम सामने आये जो सभी इस तरह की अनेक घटनाओं को कई  राज्यों  में अंजाम देना भी स्वीकार किया है। आरोपी विकास के बताये अनुशार आरोपी अरविन्द उर्फ़ विधायक को उसके घर से पकड़ा गया। शेष तीन साथी विशन उर्फ़ विष्णू, संजय कटारिया, और सौरभ शुक्ला उर्फ़ महाराज के ठिकानो पर दबिश दी गई लेकिन वे फरार मिले, पुलिस की टीम लगातार शेष आरोपियों की तलाश कर रही है | 

गिरोह कई राज्यों में लूट करता है

पुलिस को अभी तक की मिली जानकारी में ये गिरोह देश के कई राज्यों में लूट करने जाता था, और जहाँ भी हालात बिगड़ते और पकड़े जाने की स्थिति बनती तो ये लोग हत्या को अंजाम देकर भाग जाते। ये बदमाश अपने आधुनिक संशाधनो से लेश होकर आते जिनमे हथियार  और स्कॉर्पियो गाड़ी तथा चार पांच लोग हमेश साथ रहना शामिल है।

मृतक राजबीर की लाश हाइवे पर मिली

दरअसल 10 सितम्बर को आरोपी आगरा, इटावा और भिंड होते हुए ग्वालियर से हाईवे के रास्ते आगरा वापस जा रहे थे तभी उन्हें राजबीर कुशवाह को बायपास पर अकेले खड़ा दिखा तो उसके पास स्कार्पियो गाडी रोकी और पूछा कहाँ जाना है तब राजबीर ने ग्वालियर जाने को कहा, आरोपियों ने उसे बिठा लिया रास्ते में सौरभ शुक्ल नामक युबक ने राजबीर की जेब काट ली, जिसका पता राजबीर को चल गया तो उसने सौरभ को चांटा मार दिया बस इसी बात पर सबने मिलकर राजबीर की हत्या कर उसे हाइवे किनारे फैक दिया और मौके से फरार हो गए।