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पागल युवक की दहशत से बच्चों और शिक्षकों ने छोड़ा स्कूल

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Mar 14, 2019

शिवराम बर्मन : डिंडौरी के धनुआसागर के पिपरटोला में तथाकथित पागल युवक की इतनी दहशत की प्राइमरी स्कूल के बच्चे और शिक्षक भवन छोड़कर भाग जाते है। ग्राम पंचायत में बैठक के दौरान एक चौकीदार पागल के आने जाने की खबर रखता है उसकी आने की सूचना मिलते ही ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव और पंच भी भाग खड़े होते है।

सरकारी भवनों में पागल की दहशत
बता दें कि ग्राम पंचायत में सरकारी भवनों में पागल की दहशत की वजह से ताला अंदर की तरफ से लगाया जाता है यह सब हो रहा है वर्ष 2015 से। जी हां स्कूल के बच्चे शिक्षक और ग्राम पंचायत की तरफ से विभागीय अधिकारियों और पुलिस को भी कई बार जानकारी दी गयी लेकिन नतीजा कुछ नही निकला। लिहाजा शिक्षकों ने ही स्कूल भवन छोड़ने का फैसला कर लिया और अब गांव के ही ग्रामीण की मदद से निर्माणाधीन भवन में परीक्षाएं संचालित कराई जा रही है और नए सत्र के लिये गांव से एक किलोमीटर दूर माध्यमिक शाला में स्कूल को शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।

2015 से तथाकथित पागल का आतंक जारी 
दरअसल धनुआ सागर गांव के पीपर टोला में वर्ष 1997 से  प्राथमिक शाला संचालित है सर्व शिक्षा अभियान विभाग द्वारा लाखो रूपये खर्च कर भवन का निर्माण भी करवाया गया। स्कूल में कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक लगभग 89 बच्चे अध्ययनरत है। वर्ष 2015 से गांव का ही तथाकथित पागल युवक नईम कुरैशी पिता करीम कुरैशी स्कूल में हथियार लेकर आता है और उसको आते ही स्कूल परिसर में हड़कम्प मचने लगता है। स्कूल के शिक्षक बच्चे जान बचा कर भागने लग जाते है और फिर वह युवक परिसर में रखे अनाज की बोरियो को कंधे में रख कर ले जाता है और जैसे ही उसका राशन खत्म हुआ फिर से वही आतंक शुरू हो जाता है। पिछले चार वर्षों से यही सिलसिला जारी है।

स्कूल की शिक्षिका का क्या है कहना
स्कूल की शिक्षिका बताती है कि एक बार तो हथियार लेकर मेरी तरफ दौड़ा बड़ी मुश्किल से जान बचा कर भागी थी। कई बार पुलिस व अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी जब कोई कार्यवाही नही हो रही तो मजबूरन बच्चो की और अपनी सुरक्षा के हिसाब से स्कूल भवन को छोड़कर दूसरे मकान में परीक्षाएं संचालित कराई जा रही है। यह तथाकथित पागल स्कूल के अलावा आंगनवाड़ी केंद्र और ग्राम पंचायत भवन को भी अपना निशाना बनाता है।

ग्रामीणों के मुताबिक
ग्रामीण बताते है कि एक बार ग्राम सभा चल रही थी कि अचानक युवक हथियार लेकर आ धमका और शासकीय दस्तावेज लेकर चला गया। तब से अब ग्राम कोटवार बाहर बैठकर तकवारी करता है और ग्राम पंचायत भवन में सभा आयोजित होती है और जैसे ही कोटवार पागल के आने का संकेत देता है सभी सदस्य भवन से भाग जाते है।