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खेत के बीच से जनाजा ले जाने को लेकर हुआ विवाद, खेतों के बीच से फसल को रौंदते निकले जनाजा ले कर

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Mar 6, 2019

अनिल देहरिया- छिन्दवाड़ा जिले के परासिया तहसील अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मायावाडी में कब्रिस्तान के आसपास आदिवासी किसान की निजी भूमि है। जिसकी वजह से पंचायत में समुदाय के लोगों का इंतकाल हो जाने पर, जनाजा कब्रिस्तान ले जाने के लिए रास्ता नहीं है। इस कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं किसान भी फसल को लेकर रास्ता न देने कि लिए मजबूर हैं।

आदिवासी किसान के खेत की बढ़वार तोड़कर लहलहाती फसल के बीच से जनाजा ले गए

विवाद तब उठा जब पंचायत में उम्रदराज महिला का इंतकाल हो गया और समुदाय के लोगों ने जनाजा ले जाने के लिए आदिवासी किसान के खेत किनारे लगी बढ़वार को तोड़ डाला। वे लोग गेंहू की फसल लहलहाती के बीच से जनाजा ले जाने लगे। उन्हें किसान के द्वारा फसल का हवाला देते हुए रोकने की कोशिश की गई, लेकिन समुदाय के लोगों पर किसान की फरियाद का कोई असर नहीं हुआ। वे जनाजा लहलहाती फसल के बीच से ही कब्रिस्तान ले गए।  इससे किसान काफी नाराज हुये। इसकी सूचना मिलते ही मौके पर परासिया एसडीएम राजेश शाही और तहसीलदार वीर सिंह बहादुर पहुंचे। उन्होंने निरीक्षण कर किसानों और समुदाय के लोगों से बात की और जल्द निराकरण करने आश्वासन दिया।

 

इस मामले पर बोलते हुये गांव के सरपंच खड़कू इवनाती ने बताया कि ये जो ज़मीन है किसानों की है। पहले फसल न होने की स्थिति में खेत खुला था। लेकिन फसल लगने के बाद जानवरों को रोकने के लिए किसान द्वारा बढ़वार लगा दी गई है और तब से रास्ता बंद है। सरपंच को ही नहीं मालूम कि कब्रिस्तान तक पहुँचने रास्ता है भी या नहीं। जबकि तहसीलदार  का कहना है कि कब्रिस्तान के आसपास आदिवासी किसान की निजी भूमि होने से रास्ता का विवाद सामने आया है। पूर्व में भी विवाद चलता रहा था लेकिन पहले फेंसिंग नहीं हुआ करती थी तो रास्ता खुला होता था। फसल लगने के कारण रास्ता नहीं होने से मईय्यत ले जाने का मामला सामने आया है। इसके निराकरण के बंदोबस्त के लिए दस्तावेजों का अवलोकन किया जायेगा। जांच के बाद रास्ता है या नहीं, जिसके बाद इस समस्या का निराकरण किया जाएगा।