Loading...
अभी-अभी:

जागृत आदिवासी दलित संगठन द्वारा किया गया थाने का घेराव

image

Feb 28, 2019

सचिन राठौड़- बड़वानी जागृत आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले बड़ी संख्या में आदिवासी मजदूरों ने रैली निकालकर थाने का घेराव किया। ये लोग नरेगा योजना में मजदूरी करने के बाद, मजदूरी का भुगतान नहीं होने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर थाने पहुंचे और एसडीओपी को ज्ञापन सौंपा।

केंद्रीय सरकार द्वारा राशि आवंटन में रुकावट पैदा करना के आरोप

जागृत आदिवासी दलित संगठन के लोगों ने आज बड़वानी में कृषि उपज मण्डी से रैली निकाल नरेगा में मजदूरी के बाद मजदूरी का भुगतान नहीं होने को लेकर नरेगा संघर्ष मोर्चा के देशव्यापी कार्यक्रम के तहत केंद्रीय सरकार द्वारा राशि आवंटन में रुकावट पैदा करने की शिकायत को लेकर, बड़वानी थाने का घेराव किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की। जागृत संगठन की माधुरी बहन कहती है कि पिछले काफी समय से नरेगा में राशि आवंटन में कमी की गई है और मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान भी पिछले महीनों से नहीं हो पा रहा है। हम नरेंद्र मोदी से मांग करते हैं, तुरंत 25 हजार करोड़ की राशि अंतरिम राशि रिलीज की जाए ताकि जून तक मजदूरों का भुगतान हो सके। जब आप 3000 करोड़ की मूर्ति बना सकते हैं, कारोबारियों का कर्ज माफ कर सकते हैं, बुलेट ट्रेन चला सकते हैं, तो फिर मजदूर की राशि क्यों नहीं दी जा रही।

ग्रामीण अंचल के मजदूरों में भुखमरी, लाचारी की स्थिति हो रही उत्पन्न

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एफ आई आर की मांग पर कहा, क्योंकि मजदूरों का मजदूरी भुगतान नहीं करना बैगारी कहलाता है। बैगारी कानून संविधान द्वारा प्रतिबंधित है। इसी बात को लेकर हम केंद्र सरकार के अध्यक्ष होने के नाते श्री नरेंद्र मोदी पर एफआर करवा रहे हैं। अगर वे मजदूरों का भुगतान नहीं कर रहे तो यह बैगारी करवा रहे हैं, जो कि जुर्म है। साथ ही प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहती हैं कि मजदूरी की राशि नहीं डालकर उस योजना को मार रहे हैं, जिससे ग्रामीण अंचल के मजदूरों में भुखमरी, लाचारी की स्थिति उत्पन्न हो रही है। वहीं क्षेत्र के सूखे का हवाला देकर कहती हैं कि नरेगा क्षेत्र के लिए फिलहाल बहुत जरूरी है और मोदी सरकार जो बैगारी उत्पन्न कर रही है इसलिए हम उनके खिलाफ आज एफ आई आर दर्ज करवा रहे हैं।