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जबलपुरः स्वाईन फ़्लू का छाया कहर, जच्चा-बच्चा की स्वाईन फ़्लू के चलते हुई मौत

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Apr 24, 2019

अरविंद दुबे- जबलपुर के मेडिकल अस्पताल मे स्वाईन फ़्लू से पीडित नवजात शिशू की मौत के बाद उसे जन्म देने वाली महिला की भी मौत हो गयी। बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम करने के बाद शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है। इस महिला को लगभग एक सप्ताह पूर्व कटनी जिले से इलाज के लिये जबलपुर के मेडिकल अस्पताल में इलाज के लिये लाया गया था। महिला गर्भवती थी और उसे स्वाईन फ़्लू हो चुका था। चिकित्सकों ने महिला को आईसोलेशन वार्ड में दाखिल कर उसका उपचार किया। इसी बीच उसकी डिलिवरी भी हुई। जिसमें नवजात शिशू को भी स्वाईन फ़्लू से पीड़ित पाया गया था। चिकित्सकों के भरपूर प्रयास के बावजूद नवजात शिशु ने बीते रविवार को दम तोड़ दिया था। डिलेवरी के बाद से ही महिला की हालत और ज्यादा नाजुक हो गयी थी और वह खून की बेहद कमी से जूझ रही थी। चिकित्सकों के भरपूर प्रयास के बावजूद महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया और फ़िर शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।

काफ़ी खराब हालत में मरीज पहुंचते हैं अस्पताल

भीषण गर्मी के बीच पूरे महाकौशल क्षेत्र में स्वाईन फ़्लू फ़ैला हुआ है। जबलपुर, नरसिंहपुर, गोटेगांव, कटनी, डिंडोरी, मंडला, शहडोल, पन्ना और छतरपुर जिलों मे स्वाईन फ़्लू कहर बना हुआ है। स्वाईन फ़्लू की जांच सिर्फ़ जबलपुर के सरकारी लैब में होती है जिससे इसकी रिपोर्ट मिलने में ज्यादा वक्त लगता है जिससे मरीज का इलाज भी देर से शुरु होता है। यही वजह है कि इन जिलो में मरीजों की हालत ज्यादा बिगड जाती है। काफ़ी खराब हालत में मरीजों को बेहतर उपचार के लिये जबलपुर के मेडिकल अस्पताल भेजा जाता है, लेकिन तब तक काफ़ी देर हो जाती है। ऐसे में मरीज की जान बचाना चिकित्सकों के लिये भी एक चुनौती बन जाता है।

रोग को फ़ैलने से रोकने के लिये स्थानीय प्रशासन कोई भी प्रयास नहीं कर रहा

जबलपुर जिले के सीएमओ डॉ. मुरली अग्रवाल का मानना है कि किसी भी व्यक्ति को लंबे समय तक सामान्य खांसी जुखाम की शिकायत हो तो उसे तुरंत स्वाईन फ़्लू का टेस्ट करा लेना चाहिये। जिससे स्वाईन फ़्लू के प्रांरभिक लक्षण पाये जाने पर उसका तुरंत उपचार किया जा सकता है और मरीज स्वस्थ हो जाता है। उन्होंने बताया कि इस साल अभी तक जबलपुर के शहरी क्षेत्र में स्वाईन फ़्लू से पीडित 6 मरीजों की मौत हो चुकी है। जिससे माना जा सकता है कि यह संक्रामक रोग बुरी तरह फ़ैल रहा है। इधर इस रोग को फ़ैलने से रोकने के लिये स्थानीय प्रशासन कोई भी प्रयास नहीं कर रहा है। जबलपुर शहर में चारों तरफ़ गंदगी फ़ैली हुई है। आवारा जानवरों की वजह से यह गंदगी रिहायशी इलाकों में फ़ैल रही है, जिससे संक्रामक रोग तेजी से फ़ैल रहे हैं। नगर निगम के अधिकारी सफ़ाई व्यवस्था पर ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन चुनाव ड्यूटी का बहाना बना कर अपनी ड्यूटी नहीं निभा रहा है जिससे आम लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे में स्वाइन फ़्लू जैसी खतरनाक बीमारी फ़ैल रही है और इस बीमारी की वजह से मौतें हो रही हैं।