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डिंडौरी : 23425 जोड़ी अमानक जूतों पर लगाई गई रोक, ओमप्रकाश धुर्वे ने किया पत्रकारवार्ता में खुलासा

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Aug 29, 2018

शिवराम बर्मन - आपको बता दें कि चुनावी साल में बीजेपी सरकार के द्वारा प्रदेश भर में तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूते, चप्पल, साड़ी, पानी की कुप्पी बाटी गई थी लेकिन हाल में ही आये एक रिपोर्ट से प्रदेश सहित देश मे खलबली मच गई कि जो जुते बाटे गए थे उनमें ए जेड ओ रसायन की मात्रा निर्धारित मापदंड से अधिक पाई गई है जिसके कारण केसर की बीमारी हो सकती है इस रिपोर्ट के आने के बाद प्रदेश के राजनीति में मानो भूचाल आ गया है।

कई चीजें की गई वितरित

वही प्रदेश के खाद्य मंत्री का कहना है कि जिला लघु वनोपज सहकारी मर्यादित संघ डिंडौरी के अंतर्गत वर्ष 2015-16 में तेंदूपत्ता लाभांश की राशि से तेंदूपत्ता संग्राहकों को शासन द्वाराआ 2018 वर्ष में डिंडौरी वनमंडल में कुल 45132 संग्राहकों के परिवार को 45132 नग साड़ी, 89707 नग पानी की बॉटल, 45132 जोड़ी चप्पल, और 44575 जोड़ी जूता का वितरण किया जाना था जिसमे 45132 नग साड़ी, एवं 89707 नग पानी की बॉटल कंपनी से प्री टेस्टिंग टेस्ट कराकर वन विभाग को प्राप्त हुए जिसे पुनः वन विभाग द्वारा पोस्ट टेस्टिंग करवाकर परीक्षण में सफल रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद संग्राहकों को साड़ी एवं पानी बॉटल पूर्ण वितरण कराया गया।

AZO रसायन की मात्रा पाई गई अधिक

इसी प्रकार 45132 जोड़ी चप्पल  प्रिटेस्टिंग एवं पोस्ट टेस्टिंग परीक्षण में सफल रिपोर्ट आने के बाद पूर्ण वितरण कराया गया। जबकि 44575 जोड़ी जूतों में 21150 जोड़ी जूतों का प्री और पोस्ट टेस्टिंग में सफल रिपोर्ट आने के बाद ही वितरण किया गया जबकि बाकी शेष 23425 नग जोड़ी जूते के पोस्ट डिलेवरी टेस्टिंग रिपोर्ट में जूते के इनसाक में AZO रसायन की मात्रा निर्धारित मापदंड से अधिक पाए जाने के कारण 23425 जोड़ी जूतों का वितरण करने से रोक दिया गया वही इनसाक बदलने की कार्यवाही जारी है।

किया जायेगा पुनः परीक्षण

परीक्षण सफल पाए जाने पर ही शेष बचे 23425 जोड़ी जूते बाटे जाएंगे। डिंडौरी वनमंडल के द्वारा जूते चप्पलों की प्री डिलेवरी टेस्ट, फुटवेयर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट नोयडा से कराया गया एवं पोस्ट डिलेवरी टेस्ट  CSIR केंद्रीय चर्म अनुसंधान संस्थान चेन्नई में कराया जाना था।