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बालाघाटः चिकित्सक की लापरवाही के चलते गर्भ में हुई बच्चे की मौत

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May 28, 2019

राज बिसेन- बालाघाट में अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। जहां इलाज के अभाव में गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई। नाराज़ परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। शासन-प्रशासन की तमाम योजनाओं के बावजूद डॉक्टरों की लापरवाही से शासकीय अस्पतालों में प्रसव सुरक्षित नहीं हो पा रहा है। इस आशय का ताजा मामला जिला अस्पताल में सामने आया है। 

पीड़ित परिजन न्याय की गुहार लगा रहे

प्रसूता लालबर्रा क्षेत्र के नगपुरा निवासी भुमेश्वरी कंसरे का बच्चा गर्भ में ही खत्म हो गया। जबकि प्रसूता का प्रसव की तिथि के पूर्व अस्पताल में भर्ती हो जाने के बावजूद, सुरक्षित प्रसव नहीं हो पाया। इस बीच नवजात शिशु की दुनिया देखने के पहले ही गर्भ में मौत हो गई। अब पूरा मामला सामने आने के बाद जिला अस्पताल प्रबंधन सकते में है। वहीं पीड़ित परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं। वहीं परिजनों ने आरोप लगाया है कि 24 मई को प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसकी जांच प्रसूति विशेषज्ञ डॉक्टर गीता बारमाटे के द्वारा की गई। दूसरे दिन भी महिला डॉक्टर द्वारा जांच की गई, लेकिन कोई समस्या नहीं बताई गई।

बच्चा की क्या हालत है, ये डॉक्टर द्वारा नहीं बताया गया

तीसरे दिन भुनेश्वरी ने बताया कि बच्चे की हलचल समझ नहीं आ रही है, जिसे डॉक्टर बारमाटे को बताया गया। डॉक्टर ने इस बात से पल्ला झाड़ लिया कि मेरी ड्यूटी का समय नहीं है, यह बोलकर उसने जांच नहीं की। इसकी जानकारी वहां पर नर्स को दी गई तो उन्होंने कहा कि आज रविवार है, सोनोग्राफी बंद है। वहीं 3 दिन से भर्ती रहने पर भी जच्चा-बच्चा की क्या हालत है, ये डॉक्टर द्वारा नहीं बताया गया। जब निजी अस्पताल में ले जाकर सोनोग्राफी की गई तो बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई थी। जब इसकी जानकारी अस्पताल आकर नर्स को दी गई तो 3 घंटे बाद भी कोई डॉक्टर प्रसूता को देखने नहीं पहुंचा।