Loading...
अभी-अभी:

पंचायत भवन की लगातार मांग के बाद भी उच्च अधिकारी नहीं दे रहे कोई ध्यान

image

Sep 30, 2018

राजू पटेल - भवन भूमिपूजन को लेकर जनप्रतिनिधि भी पीछे नही हटते,जनता के बीच वाहवाही लूटने के लिए पत्थर लगाने की भूमिका को बखूबी बहुत अच्छे से निभाते है, ऐसा ही कुछ देखने को मिला है ग्राम पंचायत सलिमपुरा ओर डाबरी पंचायत के पंचायत भवन में भूमिपूजन के पत्थर को देखकर, यहां बीस माह पहले विधायक सचिन यादव के द्वारा तेरह लाख की लागत से बनने वाले नए पंचायत भवन का भूमिपूजन भी कर दिया गया, लेकिन पंचायत भवन की एक ईंट भी अभी तक नही रख पाए बल्कि भूमिपूजन की शिलालेख आज भी जर्जर भवन के एक कोने में शोपीस की तरह पड़ी है, जबकि पंचायत भवन की प्रशासनिक स्वीकृति आज तक नही मिली।

एक ओर जहां इंडिया को डिजिटल इंडिया बनाया जा रहा है और प्रशानिक भवनों में हाईटेक व्यवस्थायें की जा रही है, उसके बाद भी ऐसी कई ग्राम पंचायतें है  जो आजादी के समय के भवनों में संचालित हो रही है, उक्त पंचायतों से लोगो को प्रधानमंत्री आवास, शौचालय आदि की सुविधाएं दी जा रही है लेकिन खुद के पंचायत भवन पूरे जर्जर हालत में खड़े है ऐसे में डिजिटल इंडिया का सपना किस हद तक पूरा होगा यह तो वक्त ही बताएगा।

हम बात कर रहे है कसरावद जनपद की ग्राम पंचायत सलिमपुरा ओर डाबरी की,इन दोनों पंचायतो की विडंबना है कि यहाँ का पंचायत भवन चालीस साल पुराना होकर जर्जर हालत में है, भवन इतने छोटे है कि पंचायत के सभी पंच एक साथ बैठकर बैठक भी नही कर पाते वही ग्रामीण इन पंचायत भवनो में आने से कतराते है क्यो की बारिश के समय छत से पानी टपकता है और कागजी रिकार्ड भी भीग जाता है, पंचायत भवन की लगातार मांग के बाद भी उच्च अधिकारियों के द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है।