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हर शिव भक्त को मध्य प्रदेश के इन मंदिरों के दर्शन करने चाहिए

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Mar 7, 2024

अगर आप शिव भक्त हैं और मध्य प्रदेश के निवासी हैं तो आपको कुछ मंदिरों के दर्शन जरूर करने चाहिए।

मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो देश के केंद्र में स्थित है और लोग अक्सर वन्य जीवन और संस्कृति का अनुभव करने के लिए यहां आते हैं। लेकिन अगर आप आध्यात्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और पूरी तरह से भक्ति में डूब जाना चाहते हैं तो आप यहां कई खास मंदिरों के दर्शन कर सकते हैं।

विशेषकर, यह राज्य किसी शिव भक्त को बिल्कुल भी हतोत्साहित नहीं करती। भारत में कुल 12 ज्योतिर्लिंग हैं, जिनमें से दो मध्य प्रदेश में हैं। उज्जैन जिले में स्थित महाकालेश्वर और खंडवा जिले में स्थित ओंकारेश्वर का शिव भक्तों में विशेष स्थान है। इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। अगर आप भी शिव भक्त हैं और भक्ति में पूरी तरह डूब जाना चाहते हैं तो आपको एक बार मध्य प्रदेश जरूर आना चाहिए। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको मध्य प्रदेश के कुछ शिव मंदिरों के बारे में बताएंगे।

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, उज्जैन (Mahakaleshwar Jyotirlinga Temple, Ujjain)

भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर है यह मंदिर भगवान शिव का सबसे पवित्र निवास माना जाता है। प्राचीन शहर उज्जैन पवित्र क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण छठी शताब्दी के आसपास हुआ था। महाकालेश्वर मंदिर हर सुबह होने वाली अपनी अनोखी भस्म आरती के लिए प्रसिद्ध है।

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर, खंडवा (Omkareshwar Jyotirlinga Temple, Khandwa)

मध्यप्रदेश में स्थित ओंकारेश्वर मंदिर नर्मदा नदी के तट पर स्थित है, यह मंदिर भगवान शिव के 12 प्रतिष्ठित ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। ओंकारेश्वर में भगवान शिव के नर्मदा नदी के दोनों तटों पर दो प्रमुख मंदिर हैं, ममलेश्वर मंदिर और ओंकारेश्वर मंदिर। इसकी वास्तुकला में उत्तर और दक्षिण भारतीय शैलियों का मिश्रण दिखता है।

कंदरिया महादेव मंदिर, खजुराहो (Kandariya Mahadev Temple, Khajuraho)

कंदरिया महादेव मंदिर खजुराहो में स्थित एक हिंदू मंदिर है, जो चंदेल राजवंश के दौरान बनाया गया था। इस मंदिर की उत्कृष्ट वास्तुकला इसे एक बहुत ही सुंदर मंदिर बनाती है। इस मंदिर की ऊंचाई 282 मीटर है, और यह मंदिर 6 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है।

पशुपतिनाथ मंदिर, मंदसौर (Pashupatinath Temple, Mandsaur)

मंदसौर शहर में स्थित, पशुपतिनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रतिष्ठित पूजा स्थल है। 8वीं शताब्दी का यह मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। मंदसूर का यह शिव मंदिर शैव धर्म की पशुपतिनाथ परंपरा से संबंधित अपने आठमुखी शिव लिंग के लिए जाना जाता है।

जटाशंकर मंदिर, पचमढ़ी (Jatashankar Temple, Pachmarhi)

पचमढ़ी के खूबसूरत हिल स्टेशन में स्थित, जटाशंकर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। शानदार प्राकृतिक गुफाओं और झरनों के बीच स्थित यह मंदिर एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। यह शिव मंदिर महाभारत के पौराणिक पांडवों से भी जुड़ा हुआ है।

भोजपुर शिव मंदिर (Bhojpur Shiv Temple)

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 25 किलोमीटर दूर रायसेन जिले में स्थित गांव भोजपुर में एक शिव मंदिर बना हुआ है। इसे भोजपुर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर बेतवा नदी के तट पर विंध्य पर्वतमाला के बीच एक पहाड़ी पर स्थित है। पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अनुसार इस मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता यहां का विशाल शिवलिंग है जिसे 'उत्तर भारत का सोमनाथ' माना जाता है। चिकने लाल बलुआ पत्थर से बना यह शिवलिंग एक ही पत्थर को तराश कर बनाया गया है।

Report By:
Author
ASHI SHARMA