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बालाघाटः पूर्व मंत्री बिसेन पर लग रहे टिकट काटने के आरोप

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Apr 4, 2019

राज बिसेन- बालाघाट-सिवनी लोकसभा सीट के लिए सांसद बोधसिंह भगत के स्थान पर डॉ ढालसिंह बिसेन को प्रत्याशी बनाये जाने से सांसद भगत के समर्थकों में खासा रोष है जिसका नजारा 31 मार्च को बीजेपी कार्यालय में देखने मिला था। लगभग दो ढाई हजार भगत समर्थकों ने बीजेपी कार्यालय के सामने तकरीबन 3 घन्टे तक जो विरोध प्रदर्शन किया और जिस तरह के नारे लगाए, उससे इस बात को बल मिला कि बोधसिंह भगत की टिकट कटने के पीछे पूर्व मंत्री और बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन का हाथ है। शायद तभी डॉ ढालसिंह बिसेन के नाम की घोषणा के चंद घन्टे बाद ही आनन फानन में बुलाई गई।

अति उत्साह के साथ डॉ ढालसिंह ने की एक लाख से अधिक वोटों से जीतने की घोषणा

प्रेस कॉन्फ्रेंस में अति उत्साह के साथ डॉ ढालसिंह बिसेन के एक लाख से अधिक वोटों से जीतने की घोषणा भी कर दी। मंत्री बिसेन और सांसद भगत के राजनैतिक बैर की कहानी कोई बहुत समय से चली आ रही है जिसका जीता जागता उदाहरण मलाजखंड के एक कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच से सबने देखा था। यहां सांसद भगत ने मंत्री बिसेन को चोर तक कह दिया था। इसके पहले भी पूर्व मंत्री और सांसद के बीच कई बार नोकझोंक हो चुकी है। इसके अलावा एक कारण और भी है जब 2014 के लोकसभा चुनाव में मंत्री बिसेन के बेटी मौसम हरिनखेड़े की जगह पर बोधसिंह को टिकट दे दी गई थी। इस बार भी मौसम टिकट की दौड़ में थी किन्तु परिवार के किसी सदस्य को टिकट न मिलने के हाइकमान के निर्णय ने एक बार फिर गौरीशंकर बिसेन की आशाओं पर पानी फेर दिया। तब पूर्व मंत्री बिसेन ने हाइकमान को यह विश्वास दिलाया कि डॉ ढालसिंह बिसेन को टिकट दी जाए उनको जिताने की मेरी ग्यारंटी रहेगी और हुआ भी ऐसा ही। साथ ही उन्होंने कहा था यदि मधु भगत चुनाव जीत गए तो वे राजनीति छोड़ देंगे ।

टिकट न मिलने से नाराज सांसद बोधसिंह

टिकट न मिलने से नाराज सांसद बोधसिंह भगत से जब वात की गई तो वे पहले यह स्पष्ट स्वीकार नहीं कर रहे थे कि पूर्व मंत्री बिसेन की वजह से उनकी टिकट कटी है। लेकिन बातों बातों में उन्होंने यह सच स्वीकार कर लिया, और मान लिया कि पार्टी द्वारा टिकट नहीं देने पर जनता की आकांक्षा स्वरूप निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इधर कांग्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी मधु भगत ने भी दावा किया है कि वे चुनाव जीतेंगे और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन को राजनीति से सन्यास लेना पड़ेगा। वहीं भाजपा के वर्तमान प्रत्यासी ढालसिंह बिसेन बोधसिंह भगत को मनाने गए तो उन्होंने का की मुझे कोई नाराजगी नहीं है।