Loading...
अभी-अभी:

म.प्र.में BSP-SP के बाद चार निर्दलीयों ने थामा कांग्रेस का हांथ, आंकड़ा पहुंचा बहुमत के पार

image

Dec 12, 2018

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम में कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से दो सीट दूर रह गई कांग्रेस 114 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई इसके बाद दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी 109 सीटों के साथ रही बहुजन समाज पार्टी को भी दो और समाजवादी पार्टी को एक सीट मिली हैं इसके अलावा चार निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की बुधवार को बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने का एलान किया। मायावती ने कहा था कि भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए वह कांग्रेस को समर्थन दे रही हैं इसके बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस को समर्थन देने का एलान कर दिया।

कांग्रेस को आंकड़ा 121 पहुंचा

सपा और बसपा के एलान के बाद निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कांग्रेस का हाथ थामने का फैसला कर लिया है ऐसे में कांग्रेस का आंकड़ा बहुमत से ज्यादा हो जाएगा अगर इन सबको मिला जाए तो कांग्रेस को आंकड़ा 121 पहुंच जाएगा इन चार निर्दलीय उम्मीदवारों में सुसनेर विधानसभा सीट से विक्रम सिंह राणा भाई हैं इन्हें 75804 वोट मिले हैं, वहीं यहां से दूसरे नंबर पर कांग्रेस के महेंद्र भैरू सिंह बापू रहे, जिन्हें 48742 वोट मिले हैं दूसरे बुरहानपुर से ठाकुर सुरेंद्र सिंह नवल सिंह 'शेरा भईया' हैं।

मायावती ने लगाई कांग्रेस को फटकार

इन्होंने शिवराज सरकार में मंत्री अर्चना दीदी को करीब छह हजार वोटों से हराया है वहीं वारसिवनी से प्रदीप अमृतलाल जायसवाल 57783 वोटों के साथ जीते है इनके अलावा चौथे निर्दलीय उम्मीदवार भगवानपुर से केदार छिड़ाभाई हैं, यहां दूसरे नंबर पर भाजपा के जमनासिंह सोलंकी 64042 रहे मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने से पहले उसे फटकार लगाई उसके बाद उन्होंने समर्थन देने का एलान किया इसके साथ ही मायावती ने कहा कि राजस्थान में जरूरत पड़ी तो वहां भी कांग्रेस को समर्थन दिया जाएगा मायावती ने कहा भाजपा गलत नीतियों की वजह से हारी है।

मायावती ने कहा भाजपा से जनता परेशान हो चुकी है

भाजपा और कांग्रेस दोनों के शासन में यहां काफी उपेक्षा हुई है आजादी के बाद केंद्र और राज्य में ज्यादातर जगह कांग्रेस ने ही राज किया है मगर कांग्रेस के राज में भी लोगों का भला नहीं हो पाया अगर कांग्रेस बाबा साहब अंबेडकर के साथ मिलकर विकास का काम सही से किया होता तो बसपा को अलग पार्टी बनाने की जरूरत नहीं पड़ती साथ ही उन्होंने कहा भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए हमारी पार्टी ने यह चुनाव लड़ा था दुख की बात है कि हमारी पार्टी इसमें उस तरह से कामयाब नहीं हो पाई भाजपा अभी भी सत्ता में आने के लिए जोर-तोड़ कर रही है।

मायावती ने कहा भाजपा को सत्ता से दूर रखना है

इसलिए हमने कांग्रेस पार्टी को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने का फैसला किया है भाजपा को सत्ता से दूर रखने का यही तरीका है. अगर राजस्थान में भी जरूरत हुई, तो वहां भी भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए बसपा समर्थन दे सकती है। मध्य प्रदेश में 230 सीटों में से 114 सीटें कांग्रेस और 109 सीटें भाजपा को मिली हैं इसके अलावा बसपा को दो, सपा को एक और निर्दलीयों को चार सीटों पर जीत मिली है।