Jun 17, 2018
इंदौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह खड़े हुए है यह दुसरा मौका है जब किसी गंभीर आरोपी को जिला कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया इसके पहले इंदौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर इस समय प्रश्न चिन्ह खड़े हुए थे जब एडीजी की बहन बनकर पुलिस मेस में रहने वाली सोनिया शर्मा को जिला कोर्ट ने जमानत दे दी।
गंभीर मामले में दी जमानत
वही इंदौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह खड़े हुए है जब क्राइम ब्रांच पुलिस ने तस्कारे के मामले में फरार चल रहे आरोपी नीरज शर्मा को गिफ्तार किया और सजा के लिए जिला कोर्ट में पेश किया लेकिन जिला कोर्ट में पुलिस और वन विभाग ने जिस तरह से सबूत पेश किया उस सबूतों को दरनिकार करते हुए जिला कोर्ट ने आरोपी नीरज शर्मा की जमानत याचिका स्वीकार कर उसे सशर्त जमानत भी दे दी साथ ही पुलिस और वन विभाग को पुरे मामले की जाँच सही ठंग से करने की बात विवेचना करने की बात कहि है।
पुलिस को दिया मानहानि का नोटिस
वही वन विभाग की जाँच में कई तरह की लापरवही सामने आई जैसे जिस मकान से कछुओं को जब्त किया गया था वह तीन मंजिला था और जिस के घर से कछुओं को जब्त किया गया था वह आरोपी नीरज शर्मा का था लेकिन जब आरोपी के वकील ने बेहतर तरिके से बहस की तो पुरे तथ्यों पर विचार करते हुए आरोपी को जमानत दे दी वही आरोपी के वकील ने वन विभाग और क्राइम ब्रंच पुलिस को मानहानि के लिए नोटिस देनी की बात कहि है क्योकि जिस तरह से बिना तथ्यों और सबूतों के आधार आरोपी को शहर में तस्कर के रूप में पेश किया है उससे आरोपी की साख काफी धूमिल हुई है और इन सभी बातो को लेकर आरोपी के वकील मानहानि की तैयारी कर रही है।