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सुहागपुरः समय पर नहीं पहुंची जननी एक्सप्रेस, स्वास्थ्य कार्यकर्ता और 108 के स्टाफ ने कराया खेत में प्रसव

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Apr 12, 2019

देवेंद्र कुशवाहा- सुहागपुर के आदिवासी ग्राम डूडा देह में एक महिला ने खेत पर शिशु को जन्म दिया। 20 वर्ष की वनिता मरकाम आदिवासी महिला पति भभूति सिंह मरकाम को पेट में दर्द होने के चलते परिजनों ने जननी एक्सप्रेस को फोन लगाया, परंतु जननी एक्सप्रेस डूडा देह ग्राम नहीं पहुंची। परेशान होकर परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन किया।

मानवता का परिचय बचाई जान, 2 किलोमीटर स्ट्रेचर  लेकर चले

108 एंबुलेंस पहुंची, मगर सड़क से महिला का घर लगभग 2 किलोमीटर दूर था। महिला के घर तक वाहन नहीं जा सकता था। दूसरी ओर महिला की प्रसव पीड़ा भी बढ़ती जा रही थी। दर्द से कराहते हुये महिला खेत में चिल्लाने लगी। महिला की हालत बहुत नाजुक थी। यदि देर कर दी जाती तो महिला और शिशु की जान भी जा सकती थी। यह देख कर 108 एंबुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्निशियन लक्ष्मी नारायण एवं शिवराज ड्राइवर ने स्टेचर उठाया और 2 किलोमीटर दूर तक पैदल ही चल दिए। वहां पर गांव की स्वास्थ्य कार्यकर्ता और 108 कर्मचारियों ने खेत में ही महिला का प्रसव करवाया। फिर स्ट्रेचर पर लिटा कर  तेजी से एंबुलेंस तक पहुंचे और फिर प्राथमिक उपचार के बाद जच्चा-बच्चा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुहागपुर में भर्ती कराया, जहां पर, जच्चा-बच्चा दोनों अभी काफी कमजोर हैं।

गांववाले इनके किए गए कार्य के लिए काफी सराहना कर रहे

जननी एक्सप्रेस की लापरवाही के चलते एक गंभीर घटना घटित हो सकती थी। जच्चा-बच्चा की जान भी जा सकती थी, वहीं दूसरी ओर 108 कर्मचारियों ने हिम्मत दिखाते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और महिला को 2 किलोमीटर दूर स्ट्रेचर पर पैदल लेकर 108 एंबुलेंस तक आए। सरकार द्वारा सुविधा तो दी जा रही है, परंतु इसका अमल नहीं होता है। प्रायः गरीब वर्ग के साथ ऐसा होता है। इस संबंध में जब संबंधित अधिकारियों से जानना चाहा तो कोई भी कैमरे के सामने आने को तैयार नहीं हुआ। एक ग्रामीण ने मददगारों का एक वीडियो बनाया। गांववाले इनके किए गए कार्य के लिए काफी सराहना कर रहे हैं। दूसरी ओर बच्चे और महिला की नाजुक स्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर जच्चा और बच्चा को जिला अस्पताल भेजा गया है। बच्चा कमजोर है, जहां सीएनसी में बच्चे की देखभाल की जाएगी। 108 की सजगता से समय पर इलाज मिला और दोनों की जान बच गई>