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देश का पहला मंदिर जहां भगवान शंकर को चढ़ता है सिंदूर, 2 लाख भक्त हर वर्ष करते हैं दर्शन

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Mar 4, 2019

कुशल कुमार- इटारसी से बीस किलोमीटर दूर स्थित सतपुड़ा सुंदर वादियों की पहाड़ों में स्थित भगवान शिव का शिवालय, जिसे हम सभी लोग तिलक सिंदूर धाम के नाम से जानते हैं। आज श्रावण मास के अवसर पर लाखों की संख्या में मध्यप्रदेश के कोने कोने से श्रद्धालु दर्शन के लिये यहां आते है। यहां की पौराणिक मान्यता यह है कि इसी स्थान पर भगवान गणेश ने सिंदूरी नामक राक्षस का वध किया था, और उसके सिंदूरी रक्त से भगवान  शिव का अभिषेक किया था। तभी से यहां एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां पर भगवान शिव का सिंदूर से अभिषेक किया जाता है।

तिलक सिंदूर में श्रावण मास के अवसर पर मेले का भी होता है आयोजन

ऐसा माना जाता है कि सृष्टि के आरंभ में मध्य रात्रि को भगवान भोलेनाथ महाकालेश्वर के रूप में प्रकट हुए थे। महाकालेश्वर भगवान शिव की वह शक्ति है, जो सृष्टि का समापन करती है। तिलक सिंदूर में श्रावण मास के अवसर पर मेले का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें आसपास के ग्रामीणजन भगवान शिव के दर्शन कर मेले का आनंद उठाते हैं। इस मेले को आदिवासी में अभी कहा जाता है, जहां शिवरात्रि के दूसरे दिन  आदिवासी समाज अपने रीति रिवाज से अपने अनुष्ठान को पूरा करते हैं। इसी स्थान पर मानसी गंगा में लोगों के द्वारा स्नान कर भगवान शिव की पूजा  की जाती है। आज तिलक सिंदूर स्थानीय प्रशासन के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो।