Apr 6, 2019
राज बिसेन : बालाघाट सिवनी लोकसभा सीट के लिए कांग्रेस प्रत्याशी मधु भगत शहर में स्थित माँ काली के मंदिर पहुंचे और महाआरती में शामिल हुए।
वैसे राजनैतिक उम्मीदवारों के मंदिर आदि धार्मिक स्थलों में माथा टेकना कोई नई बात नहीं है। आश्चर्य तब होता है जब कोई प्रत्याशी जिसने संवैधानिक पद पर रहते हुए कभी मंदिर के दर्शन तक नहीं किये और चुनाव आते ही हाजिरी लगाकर आयोजन में शामिल होते हैं। मधु भगत ने बालाघाट के जाने माने शक्ति पीठ कालीपाठ के मंदिर जहां सम्भवतः देश की इकलौती लेटी हुई मां काली की प्रतिमा विराजित है विधायक रहते कभी झांका तक नहीं वहां पर चैत्र नवरा्त्र पर्व के पहले ही दिन महाआरती में शामिल हुए तो सवाल उठना लाजिमी है।
बता दें कि विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे व खनिज मंत्री प्रदीप जयसवाल मधु भगत से दूरी बनाए हुए हैं, ऐसे में उनके लिए यह चुनाव आसान नहीं है। जब आज वहां मां काली पीठ मंदिर पहुंचे तो उनके साथ एक या दो कार्यकर्ता ही थे इससे साफ नजर आता है कि नारा तो दे दिया कि हम सब भाई भाई हैं फिर भी गुटबाजी अभी भी देखने को मिल रही है।
यह कह सकते है कि मधु भगत यह चुनाव भगवान भरोसे लड़ रहे है। यह बात सत्य है कि मधु भगत अपने आप को अकेला महसूस कर रहे हैं पर किसी से कह नहीं पा रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि आपके साथ ना तो कार्यकर्ता है और ना ही बड़े नेता। तो आप फिर किस तरह से चुनाव लड़ेंगे। तो उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के इस पर्व में सब मेहनत कर रहे हैं और यह जरूरी नहीं कि हर जगह सब साथ हो सब अपने अपने तरीके से इस चुनाव में लगे हुए हैं। मैंने मां काली से देश की सुख सम्रद्धि की कामना की है। साथ ही उन्होंने भाजपा को सपने दिखाने वाली सरकार करार देते हुए कांग्रेस द्वारा गरीबों को 72 हजार रु प्रतिवर्ष देने के वचन को याद दिलाया।