May 31, 2018
मध्य प्रदेश सरकार इन दिनों किसानों को लेकर काफी अलर्ट है एक तरफ प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान किसानों को लुभाने में कोई कसर नही छोड़ रहे वहीं कांग्रेस भी मंदसौर बरसी की आड़ में किसानों को साधने में जुटी है। वहीं किसान संगठनों की 1 जून से 10 जून तक देश व्यापी हड़ताल से सरकार की नींद उडी हुई है।
मध्य प्रदेश की राजनीति इन दिनों एक बार फिर किसानों पर आ टिकी है। पूर्व में मंदसौर हादसे से सबक लेते हुए ग्रह मंत्रालय काफी एहतियात बरत रहा है। पुलिस महकमे को सख्त निर्देश दिए गए है कि किसी भी हालत में कानून व्यवस्था न बिगड़ने पाए। वही पुलिस भी हर सम्भव प्रयास करने में कोई कसर नही छोड़ रही।
होशंगाबाद जिला मुख्यालय पर पुलिस ने बलबा से निपटने की प्रैक्टिस की। पुलिस की बलवा मॉक ड्रिल के दौरान एक टीम किसान बनी और कर्ज माफ़ी को लेकर नारेबाजी करने लगी। दूसरी टीम ने उन्हें चेतावनी देते हुए नारेबाजी न करने का आदेश दिया। आंदोलनकारियो के भड़कते ही पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए। लगभग 20 मिनिट की दंगा परेड में पुलिस ने हर परिस्थिति से निपटने का अपना शक्ति प्रदर्शन किया। किसानो के आन्दोलन के दौरान किसी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए जिले में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। किसानों के देशव्यापी आंदोलन के दौरान पुलिस कोई चूक करना नहीं चाहती है। आंदोलन के पहले ही जिले को अतिरिक्त बल मिल गया है। पुलिस कर्मियो को दंगाइयों से निपटने के लिए तैयार किया गया ।
इसके साथ ही जिले भर के थाना प्रभारी को किसानों के बीच जाकर सम्वाद करने के आदेश के चलते जिले के अलग अलग थाना क्षेत्रो में थाना प्रभारी ग्रामीणों के बीच जाकर किसानों को आंदोलन से दूर रहने की हिदायत दे रहे है साथ ही किसानो से बांड भरवाए जा रहे है। किसान अगर उग्र अंदोलन करता है तो उस पर क़ानूनी कार्यवाही की बात भी पुलिस किसानों को बता रही है ।