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विकास की बंदूक से अब बीहड़ों में जवान करेंगे नक्सलवाद का खात्मा

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Mar 7, 2019

पंकज सिंह भदौरिया :  CRPF 111 बटालियन अंदरूनी ग्रामों में MSME(माइक्रो स्माल मीडियम इंटर प्राइस) के तहत स्कील डवलपमेंट के तरीके सिखा रही है। अरनपुर- समेली CRPF 111 बटालियन के कैम्प में आदिवासी ग्रामीणों को निःशुल्क स्कील डवलपमेंट के तरीके में आदिवासियों के स्तर को सुधारने के लिए CRPF सिखायेगी। कुआकोंडा में वॉलीबाल फ़ाइनल मुकाबले में खेल के साथ स्कील डवलपमेंट की झांकी भी दिखाई जा रही थी। जहाँ जीती तीन श्यामगिरी को शील्ड और ईनाम भी दिया गया।

दरअसल कुआकोंडा में CRPF 111 G कम्पनी ने वालीवाल फाइनल मुकाबले के आयोजन में प्रदर्शनी लगाई थी। जहाँ सीआरपीएफ मट्टी के बर्तन बनाना, पेवर टाइल्स बनाना, बिजली बाइंडिंग, पेंटिंग, राजमिस्त्री, शौचालय निर्माण की तरकीबें निःशुल्क में सीखा रहा है।

खेल के माध्यम से मेडिकल के माध्यम से स्थानीय लोगो से जुड़ने का माध्यम है। सालभर सीआरपीएफ इस तरह से  काम करती रहती है। स्किल डेवलपमेंट में कमाण्डेन्ट अमरेश कुमार का बहुत ही अच्छा योगदान है। जिसके माध्यम से ग्रामीनो की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। छोटे छोटे कामो से से लोगो मे सुधार होगा। ग्रामीण इससे ये समझेंगे की सीआरपीएफ यहाँ सिर्फ गोली-डंडे की भाषा ही नही बोलने आई है। सीआरपीएफ ग्रामीणों का दिल जीतने और उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने भी आई है।