Dec 23, 2019
मनीष जायसवाल : नेपानगर पांधार एरिया स्थित सांई बाबा मंदिर से शिरडी के लिए पैदल पदयात्रा निकली। सुबह 4 बजे नेपानगर सांई मंदिर पर काकड़ आरती के बाद पदयात्रा प्रारंभ हुई। मंदिर से सांईबाबा की पालकी कांधे पर लिए डीजे की धुन पर झूमते नाचते हुए नगर मातापुर बाजार, रेलवे गेट, नेपा मिल गेट, बुधवार बाजार, शिवाजी नगर, मनोज टाकिज होते हुए तहसील रोड से शिरडी के लिए रवाना हुई। सांई मंदिर से निकली इस पदयात्रा में सैकड़ों की संख्या महिला, पुरूष और बच्चे शामिल हुए।
शिरडी जाने के लिए इस पैदल पदयात्रा में चार राज्यों और नगर से करीब 300 यात्रियों का जत्था निकला है। यह 350 किलोमीटर पैदल पद यात्रा करते हुए 11 दिन बाद शिरडी पहुंचेगा। नगर वासियों ने पुष्पवर्षा कर पदयात्रियों जोरदार स्वागत किया। यह यात्रा हर वर्ष नगर की अमन चैन खुशहाली और भाई चारे कायम रहे। शिरडी पद यात्रा में शामिल सांईबाबा के भक्तों ने नगर वासियों को भाईचारा बनाए रखने का संदेश दिया। नेपानगर नगर पालिका अध्यक्ष राजेष चैहान सहपत्नी सांई पालकी लेकर नगर में पैदल यात्रा की। यात्री एक दिन में लगभग 35 किलो मीटर चलते है। 350 किलो मीटर का सफर 11 दिन में 3 जनवरी को शिरडी पहुंचेंगे।
नेपानगर के सांई मंदिर से प्रतिवर्षा की तरह इस वर्ष भी शिर्डी के लिए निकली पैदल पद यात्रा। यह पदयात्रा करीब 17 वर्षो से निकाली जा रही हैं। इस यात्रा में सभी धर्म समुदाय के लोग शमिल होते है षिर्डी पद यात्रा में मध्यपद्रेष सहित उत्तराखंड, राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र, पांच राज्यों से सांई भक्त पहंुंचकर यात्रा में शमिल होते हैं। नेपानगर में नगर लोगो का एक मात्र रोजगार का साधन एषिया का नम्बर कागज का कारखाना इन दिनों आर्थिक तंगी से जुझ रहा है। यह कारखाने पिछले 4 साल से नवीनीकरण के काम के चलते बंद पड़ा हुआ है। इस कारखाने की समृधि के लिए सांई पालकी पदयात्रा कागज कारखाने में ले जाई गई, जहां पालकी की आरती अधिकारियों द्वारा की गई।