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जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

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Jul 17, 2018

राजेश लक्षकार : नीमच में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन स्थानीय पटवा एकेडमी विद्यालय में किया गया। जिसमें बालिकाओं पर घटित अपराधों को लेकर विधिक जागरूकता के लिए जानकारी दी गई। इस आयोजन मे न्यायाधीशगणो ने बच्चो से सीधा संवाद किया। उन्होंने बताया कि विधिक सहायता के लिए घटना के बाद कानूनी अधिकार जानने के लिए आते हैं लेकिन घटना होने नहीं देना यही यही प्राधिकरण का प्रयास है।

वर्तमान में जिस तरह की घटनाएं घटित हो रही उससे बच्चों को चाहिए कि वह सामने वाले व्यक्ति की नियत चेहरे से पढ़ें। उन्होंने अभिभावकों से यह अपील की आप अपने बच्चों के बीच एक पासवर्ड कंसेप्ट तैयार करें यदि बच्चे को कोई लेने आए या साथ चलने को कहें तो बच्चों से कहे कि वे पहले पूछे बताओ पासवर्ड क्या है। 

आयोजन के दौरान मंच से संबोधित कर रहे अतिरिक्त जिला न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव ने बच्चो में जागृति पैदा करने के उद्देश्य से मंच से उतरकर बच्चों के बीच जाकर बैठ गए और उनसे संवाद किया, बच्चों से पूछा आपको कोई अंकल चॉकलेट या मिठाई देकर साथ चलने को कहे तो क्या तुम साथ चले जाओगे बच्चा बोला नहीं सर। कार्यक्रम में बच्चों ने कई सवाल किए जिनके जवाब मजिस्ट्रेट ने मंच से दिए बच्चों ने ऐसे सवाल किए जो अक्सर लोगों के जहन में होते हैं। एक बच्चे ने सवाल किया कि सलमान खान को बार-बार बेल मिल जाती है संजय दत्त और सलमान खान जैसी सेलिब्रिटी को क्यो जेल से छुट्टी मिल जाती है। जबकि यह व्यवस्था हर किसी के लिए लागू नहीं होती है क्यो?

इस पर अतिरिक्त जिला न्यायाधीश श्री पंकज श्रीवास्तव बोले कि जो भी कुछ होता है वह कानून के तहत होता है, संजय दत्त या सलमान खान जैसी सेलिब्रिटी को अगर पैरोल मिलती है तो अन्य लोगों को भी पैरोल मिलती है। बस फर्क इतना है कि वह सेलिब्रिटीज रहते हैं इसलिए मीडिया के माध्यम से आपको जानकारी मिल जाती है, बाकी अन्य लोगों की जानकारी मीडिया में नहीं आ पाती। कानून सभी के लिए समान होते हैं। इसके अलावा किसी फिल्मी कलाकार के जेल में बंद होने के दौरान करोड़ो के प्रोजेक्ट में बनने वाली फिल्म जिससे कई निम्न एंव मध्यमवर्गीयपरिवार और फ़िल्म में काम करने वाले छोटे छोटे कर्मचारियों के हित जुड़े होते वहा ऐसे मामलो में कुछ समय के लिए पेरोल राहत दी जाती है।