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बहुचर्चित जोशी हत्याकांड के 5 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बावरिया गैंग के सदस्य है सभी आरोपी

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Mar 24, 2019

देवास जिले के अंतिम छोर खातेगांव नगर में कन्नौद रोड पर पेट्रोल पंप के पास एक ढाबे के समीप रहने वाले क्षेत्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य बच्चा महाराज के पिता पंडित रमाशंकर जोशी की हत्या 5 और 6 जनवरी की दरमियानी रात घर में घुसकर हाथ और पैर बांध दिए थे और सिर पर हमला कर हत्या कर दी थी।  

बता दें कि खातेगांव के बहुचर्चित लूट व हत्याकांड का मुख्य सरगना वचन उर्फ बड़ा पिता बारू शेख 50 वर्ष निवासी किशगढ़ को उप्र पुलिस ने पकड़ा था। वचन ने उप्र पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने देवास जिले के खातेगांव में भी वारदात को अंजाम दिया है। जिस पर देवास पुलिस वचन को न्यायालय से प्रोटक्शन वारंट पर लेकर आई। वचन से पुलिस को पूछताछ पर उक्त वारदात को अपने 4 अन्य साथियों के साथ करना बताया था। खातेगांव पुलिस ने वचन उर्फ बड़ा को 25 फरवरी को गिरफ्तार किया था। जिससे पूछताछ के लिए पुलिस को न्यायालय ने 5 मार्च का समय दिया था। इसी दौरान उसने पूछताछ में 4 अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वारदात को करना कबूल किया था। जिसके बाद रिमांड की अवधि खत्म होने पर वचन को वापस उप्र जेल भेज दिया गया था। जिसके बाद उप्र पुलिस से संपर्क कर वारदात में शामिल बाकि 4 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर लेकर आई। 

रैकी कर वारदात को देते थे अंजाम
एसपी चंद्रशेखर सोलंकी ने पत्रकारवार्ता में बताया कि अतर्राज्यीय गिरोह के मुख्य सरगना वचन उर्फ बड़ा पिता बारू शेख ने अपने साथी नौशाद पिता इरशाद निवासी ग्राम सेदुपरा थाना गंगोड जिला सहारनपुर, उप्र,तोहीद उर्फ गोपाला उर्फ नाजिम पिता जुल्फान उर्फ साजिद उर्फ फेंडा  निवासी सेदपुरा थाना गंगोह जिला सहारनपुर, उप्र, फेजल उर्फ चाहत उर्फ पाले खां पिता एहसान निवासी आलमपुर थाना गंगोह जिला सहारनपुर, उप्र और ताहीर उर्फ लाडला पिता एहसान निवासी आलमपुर थाना गंगोहर जिला सहारनपुर, उप्र के नाम बताए और उनके साथ मिलकर वारदात को करना बताया था। जिस पर खातेगांव थाना प्रभारी सज्जनसिंह मुकाती, सतवास थाना प्रभारी हरीश जेजुरकर, कन्नौद थाना प्रभारी अमित कुमार सोनी की टीम गठित कर उप्र पुलिस से संपर्क पर चारों आरोपियों से पूछताछ की। जिस पर आरोपियों ने बताया कि करीब दो माह पहले खातेगांव क्षेत्र में गुब्बारे बेचने के बहाने आए थे और करीब 25 दिन गुब्बारे बेचने के दौरान रमाशंकर शास्त्री के घर की रैकी की। जिसके बाद लूट की वारदात करने का प्लान बनाया। जिसके बाद लूट की वारदात को अंजाम दिया और रमाशंकर शास्त्री की हत्या कर दी।