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पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ छेड़ी मिशन जुआरी मुहिम, सियासतें शुरू

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Jun 18, 2018

बहाना एक कार्यकर्ता के साथ हुई मारपीट और बेलबाग थाना प्रभारी को सस्पेंड करने था लेकिन निषाना था जुआरियों और सटोरियों के खिलाफ की गई कार्रवाई जी हां एसपी ने चार दिन पूर्व कांग्रेस पार्षद दल की चुनौती को स्वीकार करते हुए ब्यौहारबाग में एक जुआ फड़ पर छापा मारा था जिसके बाद एसपी ने सभी थाना क्षेत्रों में जुआरियों के खिलाफ मुहिम चलाने के निर्देष दिए थे अब पुलिस कप्तान का आदेष हो और थानों का बल शांत रहे ऐसा कैसे हो सकता है। तो जनाब एसपी के आदेष के बाद एएसपी और थाना प्रभारियों ने अपने-अपने थाना क्षेत्रों के मुखबिरों को टाइट किया और छेड़ दिया मिशन जुआरी।

देर रात एक फड़ पर छापा

इसका परिणाम भी सामने आया और गोहलपुर क्षेत्र में आईपीएस दीपक शुक्ला ने देर रात एक फड़ पर छापा मारकर 28 जुआरियों को पकड़ा और उनसे करीब 5 लाख की रकम भी बरामद कर ली बस क्या था इसके बाद से ही सत्ता पक्ष और सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई जिसके बाद पूर्व क्षेत्र के विधायक के एक कार्यकर्ता के साथ किसी ने मारपीट कर दी विधायक भी लाव लष्कर के साथ पहुंच गए बेलबाग थाने जहां उन्होंने अधिकारियों से बातचीत को कार्यकर्ता के साथ मारपीट और फिर एफआईआर न लिखने से की लेकिन धीरे-धीरे मुद्दे पर आ गए और जुआ-सट्टे में कांग्रेस का पक्ष लेने के आरोप लगा दिए।

मुर्दाबाद के लगाये नारे

इस दौरान विधायक थाने के अंदर एएसपी के साथ तर्क करने में जुटे हुए थे तो वहीं बाहर उनके कार्यकर्ता एसपी मुर्दाबाद और शशिकांत शुक्ला चोर है के नारे लगा रहे थे करीब दो घंटे तक थाने में हाईवोल्टेज ड्रामा चला और एसपी को थाने बुलाने की जिद पर अड़े विधायक ने एएसपी की बात मान ली लेकिन जाते-जाते उन्होंने एसपी की कार्यप्रणाली पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए उनका सीधा-सीधा आरोप है कि जब से शशिकांत शुक्ला जबलपुर के एसपी बने हैं तब से अपराध का ग्राफ बढ़ गया है उन्होंने एसपी को दलाल और चोर तक कह ड़ाला।

शिकायत सुनने का दिया आष्वासन

थाने में हंगामे के दौरान आईपीएस एएसपी ने अपनी सूझबूझ से विधायक को शांत करवाया साथ ही मारपीट के मामले में न्यायोचित कार्रवाई करने का आष्वासन दिया उन्होंने मारपीट के मामले में जहां दोनों पक्षों की शिकायत सुनने का आष्वासन दिया वहीं यह भी स्पष्ट कर दिया कि जुआ सट्टे की कार्रवाई जारी रहेगी लेकिन इसमें किसी से भेदभाव नहीं किया जाएगा।

रेड के बाद पुलिस कार्रवाई

बहरहाल यह अंदाजा तो पहले से ही लगा लिया गया था कि यदि एसपी की रेड के बाद पुलिस जुआ-सट्टा जैसे अवैध कारोबारों पर कार्रवाई करती है तो निष्चित ही इसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को परेशानी होगी क्योंकि ऐसे अपराध बिना राजनैतिक संरक्षण के पनप नहीं सकते।