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भोपाल से दिग्विजय को चुनौती देंगी प्रज्ञा ठाकुर

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Apr 18, 2019

प्रमोद शर्मा- मालेगांव बम धमाके में आरोपी रही साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार। इससे पहले आज साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल में बीजेपी कार्यालय पहुंचीं और पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान, प्रभात झा, नरोत्तम मिश्रा और रामलाल से बंद कमरे में मुलाकात की थी। मतलब साफ है इस बार भी भाजपा कट्टर हिंदुत्व के चेहरे पर चुनावी मैदान में है।

भाजपा साध्वी प्रज्ञा के नाम का ऐलान

मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ठाकुर बोली, भाजपा कार्यालय में औपचारिक भेंट करने आई थी। इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि जो राष्ट्र के ख़िलाफ़ षड्यंत्र कर रहे, राष्ट्र धर्म के लिए सब मिलकर काम करेंगे। साथ ही प्रज्ञा ने इस बार के चुनाव को धर्म युद्ध बताया और कहा धर्म युद्ध में जीत पक्की है। इस दौरान साध्वी प्रज्ञा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता भी ली। दिग्विजय के खिलाफ चुनाव पर बोली, कोई मुकाबला नहीं है।

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के नाम पर संघ का भी भाजपा पर दबाव है। साध्वी प्रज्ञा एबीवीपी और दुर्गावाहिनी जैसे भाजपा के अनुषांगिक संगठनों से जुड़ी रही हैं और उनकी छवि कट्टर हिंदुवादी के तौर पर रही है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मंगलवार को चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर साफ कहा था कि अगर भाजपा उन्हें भोपाल से टिकट देगी तो वो चुनाव लड़ने को तैयार हैं। वहीं दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा था कि वो न तो मेरे लिए और न ही भाजपा के लिए चुनौती हैं। धर्म पर चलने वाले लोग, राष्ट्र के लिए जीने-मरने वाले लोग जहां खड़े होते हैं, वहां अधर्म का कोई अस्तित्व नहीं है। साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने दिग्विजय सिंह पर उन्हें मालेगांव धमाके में फंसाने का आरोप भी लगाया था।

ऐसा रहा है साध्वी प्रज्ञा का सफर

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पहली बार तब चर्चा में आईं, जब साल 2008 के मालेगांव धमाका केस में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। साध्वी ने कई इंटरव्यू में पूछताछ के दौरान दी गई यातनाओं का जिक्र किया था। साध्वी प्रज्ञा ने उस वक्त तत्कालीन गृहमंत्री पी. चिदंबरम के खिलाफ ये आरोप लगाया था कि उन्होंने देश में 'हिंदू आतंकवाद' का जुमला गढ़ा और इसे साबित करने के लिए उन्हें झूठे केस में फंसाया था।