Aug 24, 2018
वरूण शर्मा : मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना में लाभ पाने के लिए अधिकारियों की मिली भगत से सतना जिले में उद्योगपति, व्यवसायी, और राजनेता सहित हजारों लोग मजदूर बन अपना पंजीयन करा लिया है। सूत्र बताते है संबल योजना में इतनी बड़ी संख्या में फर्जीवाड़ा बिजली बिल में मिल रही छूट और पिछला बकाया माफ कराने के लिए किया गया है। सतना में इस योजना में लाभ लेने के लिए करोड़पति लोग भी मजदूर बन गए है मामले का खुलासा होते ही नगर निगम कमिश्नर ने पूरी सूची की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम बना वर्तमान प्रभारी को प्रभार से अलग कर दिया है।
सतना में ऑटोमोबाइल फर्म के संचालक हो या पेट्रोल पंप मालिक नेता जी हो या पार्षद, मल्टी स्टोरी के मालिक हो या बड़े बड़े टावर के मालिक ऐसे करोड़पति मजदूरों की लंबी फेहरिस्त है। जो करोड़ो का व्यापार करने के बाद भी बेशर्मी से अपना नाम मजदूरों के फायदे के लिए बनी संबल योजना में अपना पंजीयन करा लिए सतना के ये रसूखदार लोगों का मजदूरी से दूर दूर का कोई वास्ता नही है। लेकिन इसके बावजूद भी नगर निगम के अधिकारियों से सांठ गांठ कर ये मजदूर बन बैठे पूरी सूची की ईमानदारी से जांच हो जाये तो करीब 50 प्रतिशत फर्जी मजदूर बेनकाब होंगे। जबकि असली मजदूर जिनको इस योजना में लाभ मिलना चाहिए वो सूची से गायब है।
मामले को तूल पकड़ता देख सतना नगर निगम कमिश्नर ने आनन फानन में वर्तमान सहायक आयुक्त नीलम तिवारी योजना शाखा के प्रभार से हटा दिया गया। साथ ही 4 सदस्यीय जांच दल का गठन कर दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज की मजदूरों के हित के लिए बनाई गई महत्वकांक्षी योजना को अधिकारियों की लापरवाही और मनमानी के कारण न केवल पलीता लग रहा बल्कि पात्र लोगों को लाभ भी नही मिल पा रहा है।