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हटा विधायक के बिगड़े बोल- कहा वोट मांगने नहीं आये जो करना हो कर लेना

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Apr 15, 2018

एमपी में इन दिनों विधायकों के बोल लगातार बिगड़ रहे है। साल चुनाव का है लेकिन चुनावों से कुछ महीनो पहले ही विधायक जो कर और बोल रहे है उससे उनके ही लिए आने वाले दिन संकट भरे हो सकते है। ताजा मामला दमोह जिले के हटा से भाजपा की महिला विधायक का है जो साफ़ कह रही है की वोटरों को जो करना हो कर लेना वोट मांगने नहीं आये है और उनके इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

चुनावी साल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान डेमेज कंट्रोल, एंटी इंकम्बेंसी और तत्कालिक नाराजगी को दूर करने की कोशिश में जुटे है और हर तरह के जतन प्रदेश में पार्टी कर रही है लेकिन उनके ही विधायक उनके लिए गले की फांस बन सकते है। अब ज़रा दमोह जिले के हटा से महिला विधायक उमा देवी खटीक के इस वीडियो को ज़रा धयान से देखिये और विधायक क्या कह रही है ये भी सुनिए, भाजपा की इन विधायक साहिबा का साफ़ कहना है की वो वोट मांगने नहीं आई है जिसे जो करना हो कर लेना और जनता भी है की विधायक को जमकर घेर रही है।

दरअसल इन दिनों किसान सम्मान यात्रा के लिए गांव गांव जा रही भाजपा की विधायक उमा देवी खटीक दो दिन पहले अपने विधानसभा क्षेत्र के बिलाई गांव गई थी विधायक साहिबा ने बिलाई गांव में किसानो का सम्मान किया तो कार्यक्रम के बाद जनता ने उन्हें घेर लिया और लोग उनसे इलाके में विकास का हिसाब मांगने लगे, बात हुई तो विधायक को गुस्सा आ गया और भड़की हुई विधायक ने चिल्ला चिल्ला कर कह दिया की चुनाव में उन्हें जो करना ही कर लेना। वीडियो में भड़की विधायक से लोग शिकायत कर रहे है की चुनने के बाद वो उनके इलाके में सिर्फ तीन दफा आई है। विधायक लगातार दो बार से विधायक चुनी जा रही है और अपने दस सालों का लेखा जोखा बताने लगी तो पब्लिक के लोगों ने भी कह दिया की उन्हें चुना इसीलिए था की वो विकास करें।

ये वीडियों वहीं मौजूद लोगों में से किसी ने अपने मोबाईल में रिकार्ड किया और अब बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। विधायक का गुस्सा और खीज जहां साफ़ समझ रही है वहीं जनता भी पीछे नहीं है। जिस विकास के लिए जनता ने विधायक को घेरा उस पर विधायक के पास लम्बी चौड़ी लिस्ट है कैमरे के सामने विधायक साहिबा विकास कार्यों को गिनवा रही है और फिर कहते है की वीडियो में उन्होंने जो कहा उसमे कुछ गलत नहीं है

बहरहाल साफ़ है की दस सालों तक विधायक पद का सुख भोगने वाली उमा देवी के सामने अब हिसाब देने का वक़्त आ गया है, और जनता चुनावी समर के शुरू होने से पहले ही हिसाब मांगने के मूड में दिख रही है ऐसे में विधायक शराब का हवाला देकर खुद की बातों को सही साबित करने में जुटी है पर तीसरी आँख सब कुछ साफ़ बयान कर रही है और विधायक की ये तल्खियत उनकी चुनावी सेहत में क्या असर डालती है देखना होगा।