May 1, 2018
सागर के एक युवा का किताबो के पढ़ने का शौक अब लोगो की मदद करने में तब्दील हो गया हैं जी हाँ इस नौजवान ने 1500 दुर्लभ किताबो की एक लाइब्रेरी खोली हैं जिसका उद्देश्य सिर्फ युवाओं को ज्ञान और विज्ञान से जोड़ना हैं।
आप जानकर हैरान रह जाएंगे की इस लाइब्रेरी की कोई फीस नही हैं बल्कि आप को लाइब्रेरी में आकर किताबे पढ़ना हैं और एक कप चाय पीकर लाइब्रेरी के बारे में एक रिव्यू लिखना हैं। दयानन्द वार्ड के एक छोटे से मकान में रहने वाले अक्षय अनुग्रह ने एक छोटे से कमरे मे 1500 किताबो को सहेजकर एक खूबसूरत और दुर्लभ किताबो की लाइब्रेरी बनाई हैं इस लाइब्रेरी में कई भाषाओं के साथ देश विदेशों के अनेक लेखकों की किताब रखी गई हैं।
कुछ माह पहले तक यह लाइब्रेरी 100 किताबो की थी अक्षय की मेहनत और जमापूंजी ने लाइब्रेरी में किताबो की संख्या बढाकर 1500 तक कर ली हैं।
अक्षय की यह मेहनत बेकार नही जा रही हैं बल्कि नौजवान इस लाइब्रेरी में आकर इंग्लिश ओर हिंदी के राइटरों को पढ़कर अपना ज्ञान विज्ञान बढ़ा रहे हैं कहा जाता हैं कुछ शौक अपने लिय होते और कुछ शौक ऐसे होते जिससे दुसरो को फायदा होता हैं।
ऐसे में सागर के अक्षय लोगो की मदद के लिए आगे आये हैं। उन्होंने प्यारी सी लाइब्रेरी खोली हैं।
कहते है पढाई का कोई अंत नही लेकिन हम उन लोगो को जरूर पढ़े जिन्होंने दुनिया का तजुर्बा लिखा हैं जिनकी लाइनों पर एक नही कई बार दुनिया कदमताल करते चलती दिखी हैं। ऐसे प्रयास समाज मे चेतना लाने के साधन होते हैं। अक्षय जैसे युवा नौजवान के ऐसे प्रयास उन युवाओं को एक नसीहत देने का काम कर रहे हैं। जो पफ, होटलों ओर जातपात के व्यर्थ के विवादों में अपना वक़्त जाया कर खुद नही अपने परिवार को भी मुशिवतो में डाल रहे हैं।