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सागर: पुलिस क्वार्टरों में भटक रही आत्माओं की रूह, जानिए पूरी खबर

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May 5, 2018

इस देश मे पुलिस की बर्दी का ऐसा जलवा है की इससे अच्छे अच्छों की हवा निकल जाती हैं लेकिन यही वर्दी वाली पुलिस सागर के एक थाने में डरी और सहमी है। बता दें यह पुलिस भूतों से डरती हैं। बता दें सुरखी थाने के पुलिस क्वार्टर जो अब खंडहर हो गए हैं। 2003-04 में बने इन पुलिस क्वार्टरों में अब भूतों का डेरा हैं। यह हम नही कह रहे हैं बल्कि सुरखी के स्थानीय लोगों का यह कहना हैं की इन पुलिस क्वार्टरो में शैतानी आत्माओं की रूह भटकती हैं। इतना ही नहीं जब से पुलिस क्वार्टर बने है तभी से पुलिस यहां नही रह रही हैं वो भूतों से ख़ौफ़ खाकर यहां आना नही चाहती। 

पुलिस क्वार्टर बने भूतों के रहने की जगह
आप देखकर हैरान होंगे की यहां के थाना प्रभारी खुद रेस्ट हाउस में अपना रहने का ठिकाना बनाये हैं। जबकि सुरखी थाने का पुलिस स्टाफ पुराने जर्जर पुलिस मकानों में रह रहा हैं। इन मकानों की तस्वीर देखकर ऐसा लगता हैं की यह मानों 2018 की बारिश नही झेल सकते। कुछ स्थानीय लोगों का दावा हैं की इन खंडहरों में आग का पलीता निकलता हैं। डरावनी आवाजें आती हैं वहीं कुछ स्थानीय कहते हैं की यहाँ रूह नहीं बल्कि चोरों का डेरा हैं जो इन क्वार्टरों के दरवाजे, खिड़कियां, कांच और मार्बल तक उखाड़ ले गए स्थानीय लोगों के मुताबिक पुलिस महकमें ने सरकार को लाखों रूपए का चूना लगाकर इन क्वार्टरो को खंडहर बना दिया तत्कालीन पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही होनी चाहिए । 

जिला एसपी का पूरी घटना पर बयान
वही जिले के पुलिस कप्तान सतेंद्र शुक्ला ने इस मामले में कहा है कि मुझे जानकारी के हिसाब से मालूम हैं की थाने और कस्बे से यह खंडर हो चुके क्वार्टर दूर थे बुनियादी व्यवस्था यहां नही थी इस वजह से इन क्वाटरों में कोई पुलिस कर्मी शिफ्ट नही हुआ। वहीं जब पुलिस कप्तान से  मीडिया ने सवाल किया की इन क्वार्टरों को बनाने से पहले सुविधाओ की पड़ताल क्यों नही की गई तो उनका कहना था कि में तात्कालिक समय की जानकारी और परिस्थितियों को नही बता सकता। हालांकि उन्होंने भूत प्रेत जैसी अंधविश्वास की घटानाओं को मानने से इनकार किया हैं। 

क्वार्टर हुए खंडहर में तब्दील
बहरहाल यह क्वार्टर अब खंडर में तब्दील हो गए हैं अब सवाल उन तात्कालिक पुलिस महकमें और निर्माण एजेंसी से हैं जिन्होंने बुनियादी सुविधाओं की पड़ताल करे बिना यहां पुलिस क्वार्टर बनवाकर सरकार को करोड़ो का चूना लगा दिया। हमारा खबर दिखाने का मकसद सिर्फ इतना हैं की जनता के पैसो से बनी इन खंडर इमारतों के तात्कालिक जिम्मेदारों को सरकार क्या सज़ा देगी या फिर इसी तरह के निर्माण कार्यों के कागजों पर हस्ताक्षर कर जनता के पैसो को बर्बाद करती रहेगी।