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सीवर ट्रीटमेंट प्लांट चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट, मंदाकिनी नदी गंदे नाले में हुई तब्दील

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Jul 16, 2018

चित्रकूट की जीवनदायिनी मंदाकिनी को प्रदूषण से बचाने के लिये करोड़ों की लागत से बनाया जा रहा सीवर ट्रीटमेंट प्लांट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। हालात ये हैं कि सीवर लाइन प्रोजेक्ट भी अब चित्रकूट की भ्रष्ट नगर परिषद के अधिकारियों की मनमानी का शिकार होकर रह गया है एक साल में नगर परिषद के अधिकारी टैंक के किनारे रिटेनिन्ग वाल नहीं बना पाए जिसकी वजह से अब सीवर टैंक के गिरने का खतरा बढ़ गया है जैसे ही नदी में बारिश का पानी बढेगा सीवर टैंक के नीचे मिट्टी के कटान की वजह से टैंक नदी में ही गिरकर बह जाएगा।

बता दें कि मंदाकिनी किनारे सीवर लाइन के नाम पर पिछले 4 वर्षों में करीब 5 करोड़ सरकारी धन खर्च कर दिया गया मगर मंदाकिनी को गंदगी से नहीँ बचाया जा सका बल्कि मंदाकिनी नदी गंदे नाले में तब्दील हो गयी है। गौरतलब है कि सीवर लाइन प्रोजेक्ट के तहत जल संसाधन विभाग द्वारा सीवर लाइन के प्रथम फेज़ का काम कराया गया था जहाँ मंदाकिनी के तट पर ही सीवर टैंक बनाकर पाइप डाल दिये गए किंतु गुणवत्ताविहीन काम होने से पिछले साल बाढ़ में सारे पाइप बह गए थे इसके बाद ये तय हुआ था कि नगर परिषद द्वारा रेटनिँग वाल बनायी जाय तब आगे का काम शुरू होगा। मगर 1 साल बीत जाने के बाद नगर परिषद द्वारा न तॊ रेटनिँग वाल बनाकर दी गयी और न ही सीवर लाइन के द्वितीय फेज़ का काम ही शुरू हो  पाया जिससे अब सीवर टैंक भी गिरने की कगार पर है, यहाँ तक कि जिस दिन यहाँ जोरदार बारिश हुई और नदी में पानी बढ़ा उसी दिन लाखों की लागत से खड़ा सीवर टैंक गिर जाएगा और बाढ़ में बह जाएगा।

करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र जीवनदायिनी मंदाकिनी को विलुप्त होने से बचाने के लिये स्थानीय जनमानस पिछले 15 वर्षों से सरकार का दरवाजा खटखटा रहा है, स्थानीय संत समाज  भी लगातार आन्दोलित रहा है मगर सरकार की उपेक्षा की शिकार हो गयीं मंदाकिनी नदी, और गंदे नाले में तब्दील हो गयी।