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पहली ही बारिश ने खोली ईरकोन कंपनी की पोल, आवागमन ठप होने की कगार पर

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Jul 17, 2018

प्रदेश के मुखिया भले ही प्रदेश की सड़को को अमेरिका से बेहतर बताते हो ग्वालियर देवास फोरलाईन ने प्रदेश के मुखिया की आवाज बंद कर देने पर मजबूर कर दिया भले ही यह राजमार्ग केन्द्र के दायरे में आता हो लेकिन प्रदेश और केन्द्र में भाजपा सरकार होने के बाद भी जहां हाईवे बनाने वाली कंपनी के कार्य की गुणवत्ता की मोनिटिरींग न करना और गुणवत्ताहीन कार्य होने से हाईवे ने पहली बारिश में अपना दम तोड़ देना सत्ता में काबिज होने के बाजूद गुणवत्ताहीन कार्यो पर अंकुश न लगना सरकार की कार्यप्रणाली पर भी बड़े सवाल पैदा करता है।

हाईवे मार्ग के कार्य में भ्रष्टाचार

ऐसे में प्रदेश के मुखिया और अन्य भाजपा नेता कैसे कहेंगे की हमारी सड़के अमेरिका की सड़को से बेहतर है अंचल में हुई पहली तेज बारिश ने ही इरकॉम कंपनी द्वारा किया गया कोलारस के निकट हाईवे मार्ग के कार्य को धसक्ने पर मजबूत कर दिया धस्की हुए मार्ग में इरकॉम कंपनी का कार्य में हुए भ्रष्टाचार और ईंजीनीयरो की लापरवाही को बखूबी जाहिर कर रहा है। 

मार्ग पर आवागमन बंद

करोड़ो की लागत से बना ग्वालियर देवास हाईवे फोर लाईन हाईवे पर बसे कोलारस बाईपास पर गुंजारी नदी के पुल सहित अन्य पुल के पास रोड बीते रोज हुई बारिश में करीब एक से दो फुट तक धसक गई बताया जाता है यह रोड रात में तेज वारिश के दौरान धस्की और सुबह तक इस धस्की हुई पुलिया पर भारी वाहन गुजरते रहे जिसके बाद करीब 11 बजे हाईवे की पेट्रोलिंग वाहन ने धस्की हुई सड़क को देखते हुए शिवपुरी से गुना की ओर जाने वाला मार्ग करीब दो किमी का एकल मार्ग पर आवागमन बंद कर दिया।

कोलारस बाईपास बंद होने की कगार पर

इसके साथ धस्की पुलिया के दूसरे साईड भी सड़क का एक हिस्सा वारिश के दौरान धसक गया वह मार्ग भी जल्द ही बंद हो जाएगा ऐसे में एक बार फिर कोलारस बाईपास बंद होने की कगार पर आ गया है और बाईपास बेद होने के साथ ही कोलारस नगर के अंदर से भारी वाहनो को मजबूरन निकालना पड़ेगा जिससे नगर के अंदर हादसे बड़ जाऐंगे। 

पड़ताल में डामर के नीचे मिली सिर्फ मिटटी

पहली ही वारिश में निर्माणधीन सड़क का धसकना यह कंपनी द्वारा किये हए कार्य में लापरवाही को उजागर करता है जैसे ही हाईवे रोड धसकने की पड़ताल जब स्वराज एक्सप्रेस टीम ने मौके पर जाकर की तो कई जगह से सड़के एक से दो फिट तक धस्की मिली और सबसे आश्चर्य की बात डामर के नीचे गिटटी और अन्य स्ट्रांग मटेरियल के नाम पर सिर्फ खेत की मिटटी देखी गई जिससे साफ जाहिर होता है इरकॉम कंपनी ने हाईवे बनाने में कितना भ्रष्टाचार किया है। ग्वालियर हाईवे का अगर पहली ही वारिश में यह हाल है तो आने वाले सालो में इस मार्ग का क्या हाल होगा यह सोचनीय विषय है।