May 31, 2018
हम आप को बता दें सागर के आईटीआई के टीचर छात्रों को पढाई के समय श्रमदान के बहाने परिसर मे लगे हरेभरे पेड़ कटवाते है और मजदूरो की तरह काम कराते छात्र भी ये काम करने को मजबूर है।
फेल होने के डर से कर रहे है काम
क्योंकि उन्हें आपने भविष्य की चिंता है की कही टीचर की बात नही सुनी तो वो परिक्षा मे फेल ना कर दे जब जबादारो को मीडिया इस मामले की जानकारी देते है तो वही रटा रटाया जवाब देते की मुझे जानकारी नही है यदि कोई टीचर इस तरह से छात्रों से काम करा रहा है तो उससे जवाब मांगा जायेगा।
टीचर ने मजदूरी करवाने से किया इंकार
वही इस मामला मे टीचर का कहना है की मैंने कोई ऐसा पेड़ नही कटवाया है मैने तूफान मे गिरे पेड़ को छात्रों से छटवा कर सुरक्षित रखवाया है बाहर से मजदूरी मे अधिक पैसा खर्च होता है।
छात्रों के भविष्य के साथ हो रहा है खिलवाड़
अब सवाल यह उठता है की जिन छात्रो के मातपिता उनको आपना भविष्य उज्जवल करने का सपना संजोय है की मेरा बेटा बुड़ापे में हमारा साहारा बनेगा पर उन्हें क्या पता की उनके बच्चे आईटीआई मे क्या कर रहे है आखिर मे क्या मजबूरी है कि जिन के कंधो पर छात्र के भविष्य की जवाबदारी है वो ही इनके भविष्य से खिलवाड़ कर रहे है