Feb 26, 2019
अमित चौरसिया : मंडला में मंगलवार को सामान्य गश्ती के दौरान कान्हा टाईगर रिजर्व के अंतर्गत कान्हा परिक्षेत्र के कन्हारी परिसर के प्रकोष्ठ क्रमांक 712 में सुबह लगभग 09.30 बजे 2 अवस्यक बाघ मृत अवस्था में पाये गये। गश्ती कर्मचारियों के द्वारा इसकी सूचना तत्काल संबधित उच्चाधिकारियों को दी गई। सूचना प्राप्त होते ही कान्हा टाईगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक, उप संचालक एवं पार्क अधीक्षक मौके पर पहुँचे। घटना स्थल पर बड़ा बाघ इन दोनों अवयस्क बाघों को मारकर उनके समीप बैठा हुआ था। इसके पूर्व कल सोमवार की सुबह कान्हा टाईगर रिजर्व के अंतर्गत मण्डला जिले में स्थित फेन अभयारण्य में बाघ ने लगभग 7 माह के तेंदुए शावक का शिकार किया था। लगातार हो रही इन घटनाओं से वन्य जीव प्रेमी सकते में है।
2 अवस्यक बाघों के मृत अवस्था में पाये जाने के मामले में बताया जा रहा है कि बाघ के वहॉं से जंगल में चले जाने के पश्चात् अधिकारियों द्वारा घटना स्थल एवं आसपास का सूक्ष्म निरीक्षण किया गया, परन्तु वहॉ किसी प्रकार के कोई संदिग्ध निशान इत्यादि नहीं मिले। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, नई दिल्ली के प्रोटोकाल के अनुसार पशु चिकित्सक डॉ0 आर.एन. कुसरो द्वारा दोनो अवयस्क बाघों का पोस्टमार्टम किया गया एवं अवश्यकतानुसार विभिन्न अवयवों के नमूने विवेचना हेतु एकत्रित किये गये। दोनों बाघों का शरीर इतना क्षत-विक्षत हो गया था कि उनके लिंग का पता नहीं किया जा सका।
मृत्यु का सम्भावित कारण आपसी लड़ाई के दौरान बड़े बाघ द्वारा विभिन्न अंगों में किये गये गहरे गम्भीर घाव हैं। बड़ा बाघ अत्यन्त क्षेत्रीय प्राणी होता है एवं वह अपने क्षेत्र में किसी भी अन्य बाघ की उपस्थिति सहन नहीं करता। ऐसी घटनाएं उच्च बाघ घनत्व वाले संरक्षित क्षेत्रों में होती रहती है। सम्पूर्ण कार्यवाही के दौरान राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण, नई दिल्ली के प्रतिनिधि के रूप में विश्व प्रकृति निधि-मण्डला के आर.के. हरदहा भी मौके पर उपस्थित थे।