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अपने आप में अनोखी पहल, शिक्षा को बढ़ावा देने का उद्देश्य ‘ज्ञान के गणेश’

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Sep 20, 2018

देवेंद्र पटेल -  अभी तक आपने मिट्टी के गणेश के बारे में सुना होगा पीतल के गणेश के बारे में सुना होगा पत्थर के गणेश के बारे भी सुना होगा। परंतु कॉपी, पुस्तक, रबर और पेंसिल जैसी पाठ्य सामग्री से बने गणेश के बारे में शायद ही सुना हो, जी हां होशंगाबाद नर्मदापुर युवा मंडल द्वारा गुप्ता ग्राउंड राजमाता विजयाराजे सिंधिया कॉम्प्लेक्स के सामने "ज्ञान के गणेश" की स्थापना की गई है। जो कि अपने आप मे अनोखी पहल है।

दरअसल नर्मदापुर युवा मंडल मीडिया प्रभारी मनीष परदेशी ने बताया कि भगवान गणेश पाठ्य सामग्री से तैयार किए गये है। इनके निर्माण में रबर, पेन, पेंसिल, पुस्तक, कॉपी, कलम, दवात और अन्य पाठ्य सामग्री का प्रयोग किया गया है। नर्मदापुर युवा मंडल द्वारा प्रतिदिन प्रसाद के रूप में बच्चों को पेंसिल और रबर वितरित किये जाते हैं। नर्मदापुर युवा मंडल अध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल ने बताया कि शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर ज्ञान के गणेश की स्थापना की जा रही है।

गणेशउत्सव पर शहर में इस प्रकार का पहला आयोजन है। जिले भर से श्रद्धालुओं का इनके दर्शन करने के लिए तांता लगा हुआ है। इस गणेश झांकी की चर्चा सभी लोगो के मन मे चल रही है। क्योंकि इस तरह का आयोजन होशंगाबाद शहर में अभी तक नही हुआ है। युवा मंडल का उद्देश लोगो मे शिक्षा का महत्व बतलाना है और जितनी भी सामग्री इस मूर्ति व पंडाल बनाने में लगी है। वह सामग्री गणेश विसर्जन के दिन शासकीय स्कूलों में वितरित की जाएगी।