Apr 25, 2019
दीपेश साह- विदिशा सामाजिक न्याय विभाग एक बार फिर विवादों में घिरता नजर आया। विदिशा आरटीआई कार्यकर्ता ने विभाग पर आरोप लगाए कि विभाग एक निजी संस्थान को सालों से 18 लाख रुपए महीने का फायदा पहुंचा रहा है, जबकि जमीन पर कोई विभागीय काम नहीं हुआ। विभाग के ट्रेनिंग प्रभारी अधिकारी से जब मीडिया ने सवाल किए तो अधिकारी महोदय भागते नजर आए।
ट्रेनिंग के नाम पर बड़ा गबन किया गया
विदिशा के डॉक्टर रवि मालवी ने आरटीआई के मार्फत चंद दिन पहले विभाग में जानकारी चाही। विभाग ने विकलांग प्रशिक्षण के नाम पर दुर्गानगर उम्मीद शिक्षा समिति को ट्रेनिंग के नाम पर विभाग ने निजी फायदा पहुंचाया। ट्रेनिंग काम बगैर किसी को बताए यह विज्ञप्ति निकाला व कार संस्थान को काम दे दिया गया। डॉक्टर ने आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रेनिंग के नाम पर बड़ा गबन किया गया है। ट्रेनिंग देने वाले ट्रेनर के मात्र दस्तावेज ही लगे हैं।
जब इस पूरे मामले में ट्रेनिंग पर बाहरी से सवाल किए तो वह भागते नजर आए। सामाजिक न्याय विभाग के डायरेक्टर पी.के.मिश्रा ने बताया, अभी मेरे पास आरटीआई के लिए दस्तावेज आए हैं। पूरे मामले की जांच कर देखा जाएगा। आरटीआई कार्यकर्ता ने विभाग पर आरोप लगा है जिस संस्थान के खिलाफ जानकारी चाही गई है, उस विभाग ने संस्थान को ही दस्तावेज दे दिए गए हैं।