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बैतूलः शराब दुकान हटाने को लेकर महिलाओं ने किया मतदान का विरोध

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Apr 25, 2019

युवराज गौर- बैतूल के शांति नगर और आसपास की कालोनियों की सैकड़ों महिलाओं ने देशी शराब दुकान को हटाने के विरोध में 6 मई को होने वाले मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया है। महिलाओं का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक उनके वार्ड और कालोनी में किसी भी नेता और कार्यकर्ताओं को वोट मांगने के लिए नहीं  घुसने दिया जाएगा।

दरअसल बैतूल से रानीपुर की ओर जाने वाले स्टेट हाइवे पर शांति नगर के सामने शराब ठेकेदार द्वारा देशी शराब की दुकान खोलने की वजह से कालोनियों में रहने वाले लोगों को खास तौर पर महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। शराब दुकान बंद करवा कर, उस स्थान से हटाकर कहीं और भेजने की मांग की जा रही है। कल करीब 50 महिलाएँ हाथों में मतदान के बहिष्कार का बेनर लेकर नारेबाजी करते हुये शराब दुकान तक जा पहुंची और शराब दुकान बंद करो के नारे लगाती रहीं।

महिलाओं ने कहा कि वो यहां शराब दुकान नहीं खुलने देंगी

महिलाओं को देखकर शराब दुकान के कर्मचारियों ने दुकान बंद कर दी और अंदर छुप कर बैठ गए। इसी दौरान महिलाओं ने शराब दुकान के दरवाजे ठोंककर कर्मचारियों को बाहर आने को कहा बात करने के लिए, लेकिन कोई कर्मचारी बाहर नहीं आया। मौके पर हंगामा होने की खबर लगते ही कोतवाली पुलिस और आबकारी विभाग की टीम यहां आ पहुंची और नारेबाजी कर रही महिलाओं को आचार संहिता का हवाला देते हुए डराने धमकाने की कोशिश करने लगे और महिलाओं का वीडियो बनाया। महिलाओं ने भी कड़े स्वर में कहा कि उन्होंने आचार संहिता लगने के पहले ही कलेक्टर को आवेदन दे दिया था कि यहां शराब दुकान नहीं खुलने देंगे। उसके बाद भी आचार संहिता के दौरान यहां शराब दुकान खोल दी गई।

पहले शराब दुकान बंद कराओ फिर मतदान करेंगे

शराब दुकान का विरोध कर रही महिलाओं का कहना है कि विधायक और अन्य नेता पहले यह शराब दुकान बंद कराओ, फिर हम लोग मतदान करेंगे, अन्यथा कोई भी वोट नहीं मांगने आना कालोनी में। वहीं महिलाओं ने बताया कि उनकी कालोनी में जाने वाले रास्ते के सामने ही यह दुकान है। हम लोग बच्चों को स्कूल भेजने के लिए यहां खड़े होते हैं, लड़कियां भी यहां से कालेज स्कूल जाती है, जहां शराब पीकर लोग गालियां बकते हैं, शराब की बॉटल फोड़ते हैं, हमे बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है। शराब दुकान जब तक बन्द नहीं होती, उनका विरोध जारी रहेगा।

देशी शराब की दुकान जहां खोली गई, वो वैध स्थान है

दूसरी तरफ एस के दिवांगन, आबकारी इंस्पेक्टर बैतूल का कहना है कि देशी शराब की दुकान जहां खोली गई है, वह उचित जगह है, कोई अवैध नहीं है। कोर्ट के नए आदेश के अनुसार सड़क से दूरी पर शराब दुकान होने का कोई आदेश नहीं है। शहरी क्षेत्र में सड़क किनारे दुकान खुल सकती है। जो महिलाएं दुकान का विरोध कर रही थीं, उनके नाम लिखे गए हैं। कलेक्टर को एक आवेदन दिया जाएगा कि आचार संहिता में इतनी महिलाएं एक साथ इकट्ठा होकर नारेबाजी कर रही थीं।