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मौत के कुए से पानी भरने पर मजबूर महिलाएं

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May 9, 2018

बागली विकासखंड में बैठे जिम्मेदार अधिकारी लाख दावे करें कि विकासखंड के अंतर्गत गांव में पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन आज भी ग्रामीणों को पीने के पानी के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर पानी लाना पड़ रहा है।

हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत बागली सी ग्राम पंचायत शेवनियाखुर्द एवं चारबल्ड़ी पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव मालीपुरा की यहां पर  रहवासी भीषण जल संकट से गुजर रहे हैं और पानी के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर पानी की व्यवस्था कर रहे हैं मालीपुरा हरिजन व आदिवासी वर्ग का बहुमूल्य गांव है जोकी दो ग्राम पंचायतो के अधिन आता है।

पंचायतों  की अनदेखी के चलते ग्रामीणों को पेयजल संकट का सामना वर्तमान में करना पड़ रहा है मालीपुरा में सरकार की योजना के तहत नल जल योजना स्थापित कर घर-घर नल कनेक्शन तो दिए गए लेकिन आज तक उन नलों  में एक बूंद पानी तक नहीं आया वही गांव में लगभग 1 दर्जन से अधिक हैंडपम्प  लगे हुए हैं जो कि वर्तमान में सभी  बंद पड़े हैं।

रहवासियों द्वारा जल संकट से निजात दिलाने के लिए लगातार जिम्मेदार ग्राम पंचायत अधिकारियों से गुहार भी लगाई गई लेकिन आज तक समस्या हल नहीं हो पाई है पंचायत की निष्क्रियता के चलते ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर पानी लाना पड़ रहा है मालीपुरा की  महिलाओं ने बताया कि सुबह 5:00 बजे से उठ कर पेयजल पानी के जुगाड़ में इधर उधर भटकना पड़ता है तब जाकर पीने का पानी मिलता है गांव से 1-2 किमी दूर स्थित हुए बावड़ी से पानी लाना पड़ता है

महिलाएं  बिना मुंडेर के कच्चे कुएं के किनारे बने लकडी के थले पर खड़ी होकर कुएँ से पानी खींचती है जो कि एक जोखिम भरा है थले  की सारी लकड़ियां काफी पुरानी नजर आती है लेकिन मजबूर होकर महिलाओं को अपनी जान जोखिम में डालकर इस थले पर खड़ा रह कर कुएं से पानी खींचना पड़ रहा है जो कि एक हादसे को निमंत्रण देता हुआ नजर आता है महिलाओं ने बताया कि मजबूरन उन्हें जान जोखिम में डालकर पानी भरना पड़ रहा है सरपंच सचिव की निष्क्रियता अनदेखी के चलते ग्रामीणों को मौत के कुए से पानी भरकर लाना पड़ रहा है।