Apr 18, 2025
शाजापुर में फूलों का गुस्सा ! महिला ने पुलिसकर्मी को मारे थप्पड़, अतिक्रमण हटाने पर मचा बवाल
फूल-मालाएं नहीं, सड़क पर बिखरा गुस्सा
शाजापुर में शुक्रवार को उस वक्त बवाल मच गया जब अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम का फूल विक्रेताओं ने सड़क पर ही घेराव कर दिया। विरोध इस कदर बढ़ा कि एक महिला ने ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी को थप्पड़ जड़ दिया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

अतिक्रमण हटाने पहुंची टीम का हुआ विरोध
राजस्व विभाग और नगरपालिका की टीम पुलिस बल के साथ मां राजराजेश्वरी मंदिर परिसर में अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। यहां वर्षों से फूल बेच रहे विक्रेताओं ने कार्रवाई का जमकर विरोध किया। महिलाओं ने ट्रॉली पर चढ़कर प्रदर्शन किया और फूल-मालाएं सड़क पर फेंक दीं।
महिला पुलिसकर्मी को मारे थप्पड़, वायरल हुआ वीडियो
प्रदर्शन के दौरान जब पुलिस एक युवक को हिरासत में लेकर वाहन में बैठा रही थी, उसी की मां और अन्य महिलाओं ने पुलिस का विरोध शुरू कर दिया। इसी बीच एक युवती ने महिला पुलिसकर्मी को थप्पड़ जड़ दिया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं।

आधे घंटे तक हाईवे पर जाम, यातायात हुआ बाधित
प्रदर्शन के कारण शहरी हाईवे पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। करीब आधे घंटे तक चक्काजाम जैसी स्थिति बनी रही। आखिरकार पुलिस और प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला गया।
मंदिर परिसर की दुकानें बनीं विवाद की वजह
फूल विक्रेताओं का कहना है कि मंदिर प्रांगण में जो 24 दुकानें नवरात्रि के समय बनाई गईं थीं, उनमें व्यापार नहीं हो पा रहा है। इसलिए वे फिर पुराने स्थान पर लौट आए। प्रशासन का आरोप है कि ये दुकानदार अतिक्रमण कर रहे हैं और नोटिस के बावजूद हट नहीं रहे।
"50 लाख के लालच में हमें हटाया जा रहा" - फूल विक्रेताओं का आरोप
विक्रेताओं ने प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि जहां से उन्हें हटाया जा रहा है, वहां दुकानें बनाकर 50-50 लाख रुपये में बेची जाएंगी। “हम यहां 50 सालों से दुकान लगाते आ रहे हैं, अब हमें जबरन हटाया जा रहा है।”
प्रशासन का जवाब: लॉटरी से दी थीं दुकानें, फिर भी कर रहे हैं अतिक्रमण
एसडीएम ने कहा कि सभी फूल विक्रेताओं को लॉटरी सिस्टम के जरिए दुकानें आवंटित की गई थीं। बावजूद इसके वे बाहर अतिक्रमण कर व्यवसाय कर रहे थे। कई बार नोटिस दिए गए, फिर भी कार्रवाई का विरोध किया गया।