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साइबर क्राईम से किसानों को बचाने शुरु की 'किसान कनेक्ट' योजना

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Feb 1, 2018

**ग्वालियर**। ई-बैंकिंग, ऑनलाइन लॉटरी, चिटफंड जैसे साइबर अपराधों से भोले-भाले किसानों को बचाने के लिए अब 'किसान कनेक्ट' योजना शुरू की गई है। मप्र पुलिस पुलिस ने हाल ही में यह योजना में शुरू की है। किसानों को जागरूक करने के लिए ग्वालियर संभाग की मंडियों के अफसरों और को-ऑपरेटिव सोसाइटियों के अधिकारियों को तकनीकी रूप से समक्ष बनाने का जिम्मा साइबर पुलिस को सौंपा है। संभागीय स्तर पर चलने वाले इस अभियान के तहत किसानों को अलर्ट किया जा रहा है। जिसमें फसलों की कटाई के बाद किसानों को सुरक्षित निवेश, सुरक्षित बैंकिंग एवं सुझाव व सलाह के साथ ही किसानों को ऑनलाइन साइबर अपराधों आदि की जानकारी दी गई। **150 से ज्यादा शिकायतें...** लेकिन फिर किसानों के साथ ऑनलाइन ठगी के मामले कम नही हो रहे है। ग्वालियर अंचल में साइबर सेल मुख्यालय को किसानों से जुड़ी 150 से ज्यादा शिकायतें मिली। इसमें ठगों ने गेंहू कटाई से लेकर मंडी में आवक तक किसानों को निशाना बनाया। किसी से एटीएम कार्ड का नंबर पूछा तो किसी से मोबाइल पर बात की। इसी आधार पर साइबर सेल ने यह तय किया कि ऐसे ठगों से बचाने के लिए जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाए। इसे किसान कनेक्ट नाम दिया गया। **कुछ इस तरह से किसानों को अलर्ट कर रही है साइबर पुलिस** · फसल कटने के बाद किसानों को लूट या संपत्ति संबंधित अपराधों से बचाने पुलिस बल सक्रिय रहे। · मंडी या उपार्जन समितियों में सक्रिय पुलिस तत्काल उनकी समस्या या शिकायती आवेदन लेकर कार्रवाई करें। · नोडल थाने का बल उपज मंडियों व उपार्जन समितियों से किसानों का मोबाइल डेटा बेस एकत्रित करे। · साइबर नोडल थाना किसानों को जागरूक करने डाटाबेस पर नियमित रूप से मैसेज भेजे। · ठगी से जागरुकता के लिए आडियो-वीडियो, बैनर, पंपलेट आदि बनवाकर वितरित कराएं। · किसान क्रेडिट कार्ड का चोरी से दुरुपयोग करने वालों की पहचान एवं सूची तैयार कर कार्रवाई करें। · किसान क्रेडिट कार्ड, एटीएम या खातों की जानकारी गोपनीय रखें · अंजान या दूसरे व्यक्ति को किसान क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल न करने दें।