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भय्यू महाराज की मौत का यूटर्न, जिस हाथ से करते थे सारा काम उस हाथ से नहीं चलाई गोली

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Jun 18, 2018

भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में 6 दिन बाद भी पुलिस आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं कर पाई है। मामले में पुलिस ने महाराज के परिजनों, सेवादारों और कुछ निकट मित्रों के बयान लिए हैं लेकिन पुलिस को इन बयानों से कुछ खास हासिल नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि पुलिस एक बिंदु को लेकर विचलित है कि भय्यू महाराज जिस हाथ से अपना सारा काम करने थे, उस हाथ से उन्होंने पिस्टल नहीं चलाई थी। इसी असमंजस को दूर करने के लिए एफएसएल की टीम भय्यू महाराज के सिल्वर स्प्रिंग स्थित घर में दूसरी बार जांच के लिए पहुंची। जिस कमरे में महाराज ने खुद को गोली मारी थी पुलिस की टीम ने वहां गहराई से जांच की गई है।

सेवादार अमोल चव्हाण के नही लिए अब तक बयान
मामले में अहम गवाह पुणे के सेवादार अमोल चव्हाण के बयान भी अब तक पुलिस द्वारा नहीं लिए गए है। भय्यू महाराज लेफ्टी थे वह अपना अधिकांश काम उल्टे हाथ से करते थे, लेकिन महाराज ने अपनी कनपटी के दाहिने हिस्से पर गोली मारकर जान दी, इसके लिए उन्होंने अपने दांए हाथ से पिस्टल पकड़कर गोली मारी थी। पुलिस को यह बात खटक रही है। इसी के चलते एफएसएल की टीम ने दोबारा घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत खंगाले। आत्महत्या के एक दिन पहले 11 जून को भय्यू महाराज अपनी कार से पुणे जा रहे थे।

पुणे स्थित आश्रम के सेवादार का रहस्य
इस दौरान महाराज के पुणे स्थित आश्रम का सेवादार अमोल चव्हाण उन्हें लगातार कॉल कर रहा था। पुलिस द्वारा निकाली गई कॉल डिटेल के अनुसार 11 जून को भय्यू महाराज और अमोल के मध्य 1800 सेकंड बात हुई थी। बात करने के दौरान भय्यू महाराज अपने ड्राइवर और सेवादार को कार से नीचे उतार देते थे। पुलिस का कहना है कि इंदौर से पुणे जाने के दौरान महाराज को आरुषी, कुहू और अमोल के कॉल लगातार आ रहे थे। इसके बाद ही महाराज अचानक बीच रास्ते से लौटकर इंदौर आ गए थे।  

आत्महत्या के रहस्य से उठेगा पर्दा 
वही इस पुरे मामले में इंदौर पुलिस ने सत्रह से अधिक लोगो से पूछताछ कर ली है और सभी के बयानों के जाँच करने के बाद ही भय्यू महाराज की आत्महत्या के रहस्य से पर्दा उठेगा, वही इंदौर पुलिस इस पुरे मामले में लगातर विभिन्न्न तरीको से जाँच करने की बात कह रही है।लेकिन प्राम्भिक जाँच में आत्महत्या का कारण पारिवारिक विवाद ही बताया जा रहा है। 

भय्यू महाराज का वैदिक कार्यक्रम
भय्यू महाराज का वैदिक कार्यक्रम 21 जून से प्रारंभ होगा। सूत्रों के अनुसार 21 जून को महेश्वर घाट पर सुबह 9 से 11 बजे तक महाराज का दसम कर्म होगा। वहीं 24 जून को इंदौर में सूर्योदय आश्रम में त्रयोदशी कर्म का आयोजन रखा गया है त्रयोदशी कर्म में महाराज के भक्तों को भोजन प्रसादी का वितरण भी किया जाएगा, इसी प्रकार 26 जून को शुजालपुर के अख्त्यारपुर में भय्यू महाराज की छत्री का भूमि पूजन कार्यक्रम रखा गया है।