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नेत्रहीन दंपति की बेटी का किया अपहरण, बेचने की फ़िराक में था आरोपी!

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Mar 26, 2018

हरदा जिले की खिरकिया तहसील मुख्यालय पर भीख मांगकर अपना पेट पालने वाले नेत्रहीन दंपत्ती की 3 साल की मासूम बेटी का बीच बाजार के गांधी चौक से अपहरण होने की घटना से नगर में सनसनी फैल गई थी। जितनी तेजी से आरोपी ने घटना को अंजाम दिया उससे अधिक तेजी से सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गई। पुलिस, सामाजिक कार्यकर्ता और सैकड़ो नागरिकों ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाये और चार घंटे में ही अपहरणकर्ता के चंगुल से मासूम शीतल को भिक्षावृत्ति के दंश से बचा लिया गया।

खिरकिया नगर के गांधी चौक का मामला
दरअसल पूरा मामला हरदा जिले के खिरकिया नगर के गांधी चौक का है। हुआ यूं की खिरकिया से सटे हुए खंडवा जिले के करीबी ग्राम गंभीर के रहने वाले झब्बुलाल और उनकी पत्नी, नि:शक्त और दोनों आँखों से निरंजन है। मजबूरीवश ट्रैन में भिक्षावृत्ति् कर अपना जीवन यापन करते है। रोज की तरह वे मुम्बई की ओर से आने वाली काशी एक्सप्रेस से खिरकिया स्टेशन उतरे और ग़ांधी चौक पर अपने गांव जाने वाली बस का इंतजार करने लगे। इस दौरान अचानक भिक्षावृत्ति करने वाला एक युवक आया और 3 साल की मासूम को लेकर फरार हो गया। 

सिटीपुलिस, जीआरपी, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने की तलाश
दंपत्ति ने जब शोर मचाया तो घटना स्थल पर लोगो का हुजूम इकट्ठा हो गया।तत्काल पुलिस को डायल 100 के माध्यम से सूचना दी गई। सिटीपुलिस,जीआरपी,नगर के युवाओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बगैर देर किये सरगर्मी से अपहरणकर्ता और बच्ची की तलाश शुरू कर दी। घटना के कुछ घंटों में ही सामूहिक प्रयास रंग लाया और एक युवक खिरकिया स्टेशन से धीमी गति से गुजर रही मंगला एक्सप्रेस में एक छोटी सी बच्ची गोद में लिए ट्रेन पकड़ने का प्रयास करते दिखा। पुलिस और स्थानीय युवको ने बगैर देर किये उसे दबोच लिया।उसके पास से बरामद बच्ची निरंजन दंपत्ति की मासूम बेटी शीतल ही थी।

युवक ने किया चौंकाने वाला खुलासा
लेकिन बता दें कि युवक से की गई पूछताछ में जो खुलासा हुआ वह चौंका देने वाला था। दरअसल युवक ने अपना नाम शिवराज पिता रामप्रसाद लोधी बताया है।जो छतरपुर जिला के देवपुर ,बकसवहा का निवासी है और 10 साल पहले घर से भाग आया था। उसकी योजना बच्ची का अपहरण कर भुसावल ले जाकर बच्ची को बेचने की थी। उसने बताया कि दृष्टिहीन दंपत्ति के पास बच्ची उसने खंडवा में ही देख ली थी और खिरकिया में मौका पाकर उसने बच्ची को उठा लिया। संभवतः उसकी योजना बच्ची को भिक्षावृत्ति में धकेलने की अथवा किसी को बेचने की थी।पुलिस ने उसका न्यायालय में पेश कर रिमांड माँगा है ताकि और खुलासा हो सके।पुलिस रिमांड में आरोपी युवक तरह तरह की बात कर रहा है लेकिन इस घटना के बाद बच्चों को अगवा कर बेचने की यह कड़ी पुलिस के लिए किसी चुनोती से कम नहीं है।