Feb 24, 2018
जबलपुर/ग्वालियर। जबलपुर के पनागर में आयोजित हो रहे राज्य स्तरीय असंगठित श्रमिक सम्मेलन सवालों के घेरे में आ गया है। दरअसल ग्वालियर के सामाजिक कार्यकर्ता ने इस सम्मेलन को अवैधानिक बताते हुए सरकार और श्रम विभाग को लीगल नोटिस भेजा है।
सामाजिक कार्यकर्ता का कहना...
ग्वालियर के सामाजिक कार्यकर्ता अशोक गोस्वामी ने नोटिस भेजकर राज्य स्तरीय सम्मेलन को नियम विरुद्ध बताया है। गोस्वामी का दावा है, कि 2003 में बने अधिनियम के तहत इस तरह के सम्मेलन नहीं किए जा सकते हैं।
सम्मेलन को बताया राजनीतिक स्टंट...
गोस्वामी का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित यह सम्मेलन पूरी तरह से राजनीतिक स्टंट है, जिसमें 7 से 8 करोड़ रुपए का खर्च होना है, उनका कहना है, कि 2003 में बने एक्ट के तहत असंगठित श्रमिकों के वेलफेयर की राशि के खर्च की केवल 5 फीसदी रकम ही अन्य गतिविधियों में खर्च किया जा सकता है,जबकि मुख्यमंत्री श्रमिकों की कल्याण निधि से सात से आठ करोड़ का खर्चा कर रहे हैं, ये राशि भी दूसरे बोर्ड से उधार लेकर खर्च की जा रही है,ये पूरी तरह नियम विरुद्ध है।
इसके खिलाफ करेंगे आंदोलन...
गोस्वामी का कहना है, कि उनके नोटिस के बावजूद सरकार यह सम्मेलन आयोजित कर रही है,अगर इस सम्मेलन में किसी तरह की कैजुअल्टी होती है, या फिर भ्रष्टाचार होता है तो वह इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे और आमरण अनशन पर भी बैठेंगे ।