Aug 16, 2022
Dhar: मंगलवार को पूर्व सीएम कमलनाथ डैम का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें अपना दर्द बताया। ग्रामिणों ने कहा- साहब, न घर बचा, न खेत... पहाड़ी पर पन्नी डालकर रहने को मजबूर हैं। डैम के पानी ने हमारा सबकुछ छीन लिया। खेत पर खड़ी फसल नष्ट हो चुकी है। अब खेत में पत्थर ही पत्थर नजर आ रहे हैं। यहां तो अब जीवन भर फसल ही नहीं उगेगी। कैसे गुजर करेंगे। घर बहने के बाद अब कोई छत नहीं है... पत्नी-बच्चे समेत खुले में रह रहा हूं। आप ही कुछ मदद करें...। वहीं एक किसान ने कहा की डैम के पानी से नदी किनारे की मेरी 10 बीघा जमीन पर खड़ी फसल पूरी बह गई। अब बस पत्थर ही नजर आ रहे हैं। हालात ऐसे हो गए कि यहां पर अब कोई कमाई नहीं होगी। कमलनाथ ने पूछा अब क्या करोगे, तो बोले- जीवन भर अब खेती नहीं होगी। हमारे मकान भी गिर गए, अब क्या करेंगे। इस पर कमलनाथ ने कहा, आप जानते हैं बीजेपी की सरकार है। हमसे जो भी मदद होगी हम करेंगे।
गांव से गुजरते समय रास्ते में खड़ीं महिलाओं ने कमलनाथ को रोक लिया। वे बोलीं- गाय, बकरी के साथ जंगल में रहने को मजबूर हैं। सबकुछ खत्म हो गया। कमलनाथ ने पूछा, मुआवजा कुछ मिला। कोई गांव आया था क्या। सभी ने कहा- सुध लेने वाला कोई नहीं है।
क्या हुआ था
कोठिदा गांव में कारम नदी पर 304 करोड़ रुपए की लागत से डैम का निर्माण किया जा रहा है। यह बांध करीब-करीब बनकर तैयार हो चुका था। 10 अगस्त को बांध में लीकेज की खबर आई। इसके बाद हड़कंप मच गया। प्रशासन ने धार जिले के 12 और खरगोन जिले के 6 गांवों को खाली करवाने के निर्देश दिए। 14 अगस्त को बांध की एक साइड की दीवार ढह गई और बांध का पानी कारम नदी से होते हुए नर्मदा में जाकर मिल गया। इस दौरान कुछ गांवों में नुकसानी हुई।
कमलनाथ ने कहा-
कमलनाथ ने कहा, मैं प्रभावितों से मिला, उनके मकान, जमीन... सबकुछ चौपट हो गया है। यह प्रदेश में भ्रष्टाचार की जो व्यवस्था बनी है, उसका उदाहरण है। मुख्यमंत्री रहते मैंने ई-टेंडर को लेकर कार्रवाई शुरू की थी। शिवराज सरकार में हर ठेके में जब तक सौदा नहीं होता, तब तक कोई काम नहीं होता। इतनी सारी योजनाएं इसलिए रुकी हुई हैं, क्योंकि दलाली का सौदा जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। आज मिट्टी का डैम देखकर आश्चर्य हुआ। पता नहीं प्रदेश में ऐसे कितने डैम बने हैं। डैम ने प्रभावितों को जिंदगीभर के लिए बर्बाद कर दिया।
कमलनाथ ने कहा, शिवराज सरकार यह जानती है कि 14 महीने में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है। डैम मामले में तो तत्काल केस दर्ज करवाना था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। डैम बनाने में ठेके पर ठेके चले। आज पंचायत से लेकर मंत्रालय तक भ्रष्टाचार पसरा पड़ा है। भ्रष्टाचार को लेकर जन-जन तक बात पहुंचाई जाएगी और आंदोलन किया जाएगा। कारम डैम पर तीन मंत्रियों की मौजूदगी पर बोले- भाजपा की सरकार भ्रष्टाचार करके उसे इवेंट का रूप दे देती है। मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार की बाढ़ आई है और भ्रष्टाचार की दीमक लगी है।
कमलनाथ ने ट़वीट कर सरकार पर हमला बोला
कारम डैम में रिसाव शुरू होने के बाद कांग्रेस इस मामले में सरकार पर हमलावर नजर आई है। रिसाव के कुछ देर बाद ही पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट़वीट कर सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया था। अब कांग्रेस की तरफ से आठ सदस्यीय दल बनाया गया है। जिसमें धार जिलाध्यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम, गंधवानी विधायक उमंग सिंघार, कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, इंदौर विधायक संजय शुक्ला, देपालपुर विधायक विशाल, सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल, धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेड़ा, मनावर विधायक हीरालाल अलावा को शामिल किया गया था, सभी सदस्य निरीक्षण कर डैम की स्थिति देख चुके हैं। ऐसे में अब कांग्रेस नेता अपनी रिपोर्ट भी पूर्व मुख्यमंत्री को सौंपेंगे।