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नियमितिकरण की मांग को लेकर सड़क पर उतरे अतिथि शिक्षक

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Feb 5, 2018

बालाघाट। प्रदेश सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए अतिथि शिक्षक संघ द्वारा संगठन के प्रांतीय आव्हान पर नियमितिकरण एवं वेतन वृध्दि की मांग को लेकर मुख्यालय में आक्रोश रैली निकालते हुए परसवाड़ा तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान अतिथि शिक्षक संघ ब्लाक परसवाड़ा के अध्यक्ष सहित सैकड़ों की संख्या में अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर हनुमान मंदिर से बस स्टैंड सहित नगर भ्रमण करते हुए तहसील कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि पिछले 10 वर्षों से अतिथि शिक्षकों के द्वारा निम्नतर वेतन पर शिक्षा विभाग में लगातार अपनी सेवांए प्रदान की जा रही है, तथा स्कूलों में समस्त शैक्षणिक गतिविधियों के साथ साथ अन्य गतिविधियों को भी भलीभांति संपन्न कराया जा रहा है, इतना ही नही कुछ शिक्षण संस्थानों में तो यहां तक देखने को मिल रहा है कि नियमित शिक्षकों के द्वारा जितना शिक्षण कार्य किया जाता है उससे कहीं ज्यादा अतिथि शिक्षकों के द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों को पूरा किया जाता है, यहां पर यह कहना अतिश्योक्ति नही होगी की अधिकांश जगहों पर तो अतिथि शिक्षकों के ही भरोसे बच्चों का अध्यापन कार्य सुचारू रूप से चल पा रहा है, किन्तु जिन अतिथि शिक्षकों के द्वारा बच्चों का भविष्य संवारने का कार्य किया जा रहा है। उनके अपने ही बच्चों को वे भरण पोषण कर पाने में स्वयं को असमर्थ महसूस कर रहें है, ऐसे में उनके द्वारा शासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा गया कि अब शासन को उनके साथ किए जा रहे पक्षपात पूर्ण रवैये को समाप्त करना होगा नही तो उनके द्वारा 1 फरवरी से जारी हड़ताल अनवरत चलती रहेगी। इस दौरान अतिथि शिक्षक संघ परसवाड़ा के ब्लाक अध्यक्ष राजेश दुबे ने बताया कि शासन की दोषपूर्ण नीतियों के चलते उन्हें मजबूरन हड़ताल करनी पड़ रही है, चूंकि उनके द्वारा स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियेां के क्रियान्वयन के बदले दिया जाने वाला पारिश्रमिक निम्नतर है, जिससे सही ठंग से उनके घर का चूल्हा तक नही जल पा रहा है।