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ग्वालियर : घर के बाहर खेल रही 4 साल की मासूम को एक कुत्ते ने नोंच नोंच कर मार डाला

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May 29, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा : ग्वालियर के मुरार इलाके में एक कुत्ते ने 4 साल की मासूम की नोंच नोंच कर जान ले ली। जिस वक्त यह दर्दनाक हादसा बच्ची के साथ हुआ था,वह अपने घर के बाहर खेल रही थी जैसे ही इस हृदय विदारक घटना की खबर शहर भर में फैली, तो प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर भी पीड़ित के घर जा पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी। साथ ही पीड़ित परिवार को अपनी तरफ से 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी और पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया गया,कि जिला प्रशासन से मिलकर आवारा पशुओं पर प्रभावी कार्यवाही करने के लिए विशेष कार्यक्रम बनाया जाएगा।

क्या है पूरा मामला?
पूरी घटना बेहद दर्दनाक है मुरार थाना क्षेत्र में आने वाले हाथी खाना में एक 4 साल की मासूम बच्ची रोशनी अपने घर के बाहर खेल रही थी तभी मोहल्ले के कुत्ते ने उस पर हमला कर उसे चीथ डाला और उसे घसीट कर गली के बाहर ले गए। इस दौरान और भी कुत्ते वहां पहुंच गए। जैसे ही मोहल्ले वालों की नजर कुत्तों पर पड़ी उन्होंने बच्ची को बचाने के लिए प्रयास किए और घायल रोशनी को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले गए। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक मासूम रोशनी के पिता ओम प्रकाश जाटव मजदूरी का काम करते हैं। मासूम बच्ची के परिजन और मोहल्ले वालों का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले हीरा लाल जाटव के कुत्ते के कारण लोगों का रास्ते से निकलना मुश्किल है और वो आए दिन लोगों के पीछे पड़ जाता है लेकिन इस बार उसने एक मासूम की हमला कर जान ले ली है।

कैबिनेट मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने पीड़ित परिवार को दी 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता
कुत्ते के द्वारा 4 साल की मासूम रोशनी पर किए गए हमले के बाद मासूम की दर्दनाक मौत की खबर जैसे ही शहर भर में फैली जिसके बाद प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर भी पीड़ित बच्ची के घर जा पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और अपनी ओर से पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की। साथ ही पीड़ित परिवार और मोहल्ले वालों को आश्वासन दिलाया कि जल्द ही वे जिला प्रशासन के साथ मिलकर आवारा पशुओं पर रोक लगाने के लिए विशेष कार्यक्रम बनाएंगे जिससे इस तरह की घटना दोबारा ना हो।

निगम की बड़ी लापरवाही सामने
निगम के पास आवारा कुत्तों और अन्य जानवरों को पकड़ने के लिए कोई प्लान नहीं है लेकिन इन सबके बावजूद भी शहर भर में बड़ी तादात में आवारा जानवर, कॉलोनी,मोहल्लो और मुख्य रास्तों पर आसानी से नजर आ जाते हैं। कई बार आवारा पशुओं की चपेट में लोग आते हैं और अपनी जान से हाथ गंवा बैठते हैं लेकिन इसके बाद भी इन्हें पकड़ने के लिए प्रभावी कार्यवाही नहीं होती है। हालांकि इस पूरे मामले में मंत्री जी ने आवारा जानवरों की धरपकड़ के लिए प्रभावी कार्यक्रम शुरू कराए जाने की बात कही है ऐसे में देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इन आवारा कुत्तों को शहर से बाहर करता है या फिर समय के साथ फिर से इसे भुला दिया जाएगा।