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ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी में फर्जीवाड़ा उजागर, छात्र ने 15 साल में पास की यूजी की परीक्षा

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Mar 19, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा : ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी का एक ओर फर्जीवाड़ा समाने आया है। जहां जीवाजी यूनिवर्सिटी के दूरस्थ संस्थान के माध्यम से बीए करने वाले एक छात्र ने 15 साल में यूजी की परीक्षा पास की। इसके बाद मार्कशीट नहीं मिली तो शिवम कॉलेज पोरसा से बीए करने वाले छात्र संजू राठौर ने छात्र सहायता केंद्र में टोकन लेकर आवेदन किया।

छात्र की मार्कशीट गोपनीय विभाग के कर्मचारियों ने बना भी दी। लेकिन परीक्षा विभाग के टेबुलेशन चार्ट में नंबर दर्ज करने के लिए मार्कशीट भेजी गई। यहां करेक्शन सेल में काम करने वाले रिटायर्ड टीचर अरुण शर्मा ने गड़बड़ी पकड़ी और मामले से गोपनीय विभाग के एआर अभयकांत मिश्रा को अवगत कराया। इसके बाद जेयू प्रशासन ने छात्र की मार्कशीट को रद्द कर दिया। 

दरअसल, उच्च शिक्षा विभाग के नियम के मुताबिक यूजी की डिग्री 5 साल में करना अनिवार्य है। छात्र ने 2001 में बीए पहले वर्ष व 2002 में दूसरे वर्ष की परीक्षा पास कर ली थी। इसके बाद छात्र ने बीए फाइनल की परीक्षा के लिए वर्ष 2015 में परीक्षा फार्म शिवम कॉलेज पोरसा से भरा। लेकिन किसी कारण वह परीक्षा नहीं दे पाया। इसके बाद छात्र साल 2016 में बीए फाइनल की परीक्षा दूरस्थ के माध्यम से दी। लेकिन छात्र की मार्कशीट कॉलेज नहीं भेजी गई, जिसके बाद छात्र ने मार्कशीट के लिए जेयू के छात्र सहायता केंद्र में आवेदन किया था। छात्र की मार्कशीट भी बना दी गई थी लेकिन रिटायर्ड टीचर्स ने इस गड़बड़ी को पकड़ लिया जिसके चलते मार्कशीट का रद्द कर दिया गया।