Nov 2, 2025
देवउठनी एकादशी पर केमिकल गोदाम में भीषण आग: दो महिलाओं की दर्दनाक मौत, एक घायल
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में शनिवार शाम को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। राऊ थाना क्षेत्र के आरआर कैट रोड पर स्थित एक केमिकल गोदाम में देवउठनी एकादशी (देव प्रबोधिनी एकादशी) की पूजा के दौरान आग लग गई। कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे दो महिलाओं की जिंदा जलने से मौत हो गई। एक व्यक्ति भी गंभीर रूप से झुलस गया। हादसे के समय गोदाम में थिनर और अन्य ज्वलनशील रसायनों के ड्रम भरे हुए थे, जो आग की तीव्रता को बढ़ाने का कारण बने। स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई और इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
हादसे का विवरण: पूजा का दीपक बना मौत का कारण
घटना शनिवार शाम करीब 6:30 बजे की है। गोदाम के मालिक सूरज भगवानी (34) ने किराए पर लिया यह गोदाम थिनर और केमिकल स्टोरेज के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। मूल मालिक भैया लाल मुकाती हैं। देवउठनी एकादशी के पावन अवसर पर गोदाम में काम करने वाली महिलाएं पूजा कर रही थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूजा के लिए जलाए गए दीपक की चिंगारी से एक महिला की साड़ी में आग लग गई। इससे पास रखे ज्वलनशील पदार्थों में विस्फोट हो गया। आग तेजी से फैली और गोदाम को लपेट लिया।
मौके पर मौजूद दो बच्चे किसी तरह बाहर भाग निकले और उन्होंने आसपास के लोगों को सूचना दी। अन्य कर्मचारी भागने में सफल रहे, लेकिन दो महिलाएं आग की चपेट में फंस गईं। मृतकों की पहचान रामकली बाई (50, सागर जिले की निवासी, पिता हरिराम अहिरवार) और ज्योति निम (48, द्वारिकापुरी इंदौर निवासी, पिता मनोज) के रूप में हुई है। सूरज भगवानी को दोनों हाथों पर गंभीर जलनें आईं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। आग बुझाने के बाद फायर ब्रिगेड कर्मियों ने शव बरामद किए और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
बचाव कार्य: फायर ब्रिगेड की कड़ी मशक्कत
सूचना मिलते ही राऊ पुलिस स्टेशन और फायर ब्रिगेड अलर्ट हो गई। चार से पांच फायर टेंडर मौके पर पहुंचे। धुंधलकट मोटर वर्क्स और अन्य स्टेशनों से अतिरिक्त सहायता बुलाई गई। ज्वलनशील रसायनों के कारण आग पर काबू पाना बेहद मुश्किल था। धुआं इतना घना था कि बचाव कार्य में बाधा आ रही थी। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम 7:45 बजे आग पर नियंत्रण पा लिया गया। एसडीआरएफ की टीम ने भी सर्च ऑपरेशन चलाया ताकि कोई अन्य व्यक्ति फंसा न हो। डीसीपी जोन-1 कृष्ण लालचंदानी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पूजा का दीपक ही आग का कारण लग रहा है, लेकिन लापरवाही की जांच जारी है।
जांच और सहायता: सुरक्षा मानकों पर सवाल
राऊ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। गोदाम में फायर सेफ्टी उपायों की कमी पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे खतरनाक भंडारण वाले स्थानों पर पूजा सामग्री जलाना जोखिम भरा साबित हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है। यह घटना औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा जागरूकता की आवश्यकता पर जोर देती है। पुलिस ने गोदाम मालिक के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज करने की तैयारी की है। फिलहाल, इलाका सुरक्षित घोषित कर दिया गया है, लेकिन जांच पूरी होने तक गोदाम सील रहेगा।
सीएम ने सहायता राशि की घोषणा की है वही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है जांच में कोई अन्य फंसा व्यक्ति नहीं मिला।








