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चचेरी बहन से अवैध संबंध बना हत्या का कारण, पढ़िए पूरी खबर।

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Feb 17, 2018

रतलाम। औद्योगिक थाना क्षेत्र के डेलपुर गांव से पांच दिन पहले घर के आगे पुलिया से लापता युवक के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे रहस्य से पर्दा उठा दिया है। दोनों आरोपियों ने हत्या को कबूल कर बताया कि मफलर से गला घोंटकर शव पर पत्थर बांधकर कुएं में पांच दिन पहले ही फेंक दिया था। पुलिस ने कुएं का पानी मोटर से निकालकर शव को कुएं से बाहर निकाला और जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है। जिस मफलर से हत्या की उसी से पेट पर पत्थर बांधकर उसे कुंए में फेंका। जिससे शव ऊपर नहीं आये।

वहीं इस बारे में एसपी अमित सिंह ने बताया कि डेलनपुर निवासी मांगीलाल पोरवाल ने तीन दिन पहले रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनका बेटा महेंद्र पोरवाल घर से खाना खाकर शाम करीब साढे सात बजे बाहर चौराहे तक घूमने गया था। उसके दोस्तों ने बताया कि वह घर के आगे बड़ी पुलिया पर अंतिम बार 11 फरवरी की शाम साढे छह बजे बैठा देखा गया था। रात्रि तक घर नहीं आने पर परिजनों ने तलाश की थी और 12 फरवरी को उसकी गुमशुदगी औद्योगिक थाने में दर्ज कराई थी। 

गुम इंसान की तलाश के दौरान आसपास के लोगों ने पूछताछ में बताया कि अंतिम बार किशोर, विनोद और अनिल को देखा गया था। इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो पुलिस को कुछ संदेह हुआ। लेकिन दूसरे दिन 14 फरवरी को लापता महेंद्र के मोबाइल से उसके पिता मांगीलाल पोरवाल के मोबाइल फोन पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा पांच लाख रुपए की फिरौती मांगते हुए धमकी दी गई। पीडि़त पिता ने पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद अपहरण में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया। परिवार की स्थिति एेसी नहीं थी कि वह पांच लाख की फिरौती दे सके। मामले में कुछ अलग होने का पुलिस को संदेह था। लापता युवक के बारे में गहनता से पता लगाया गया। पुलिस ने गांव में पूछताछ करनी शुरू की।

एसपी ने बताया कि पुलिस का केस से ध्यान डायवर्ट करने के लिए बदमाश ने लापता युवक का बंद मोबाइल पुन: चालू कर दिया। जिस पर रिंग देने पर कोई रिसीव नहीं कर रहा था। इस मोबाइल को पुलिस ने ट्रेस करना शुरू किया। जिसकी लोकेशन लगातार बदल रही थी। जिससे एेसा लग रहा था कि बदमाश युवक को लेकर फरार हो रहे है। ट्रेसिंग के आधार पर पुलिस टीम पीछे लगी। 

रतलाम से धार, नालछा होते हुए एबी रोड धामनोद से बॉम्बे की ओर लोकेशन बढ़ती जा रही थी। पुलिस ने पीछा कर धार, बड़वानी तथा खरगोन पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा। घलखाट, कसरावद, दूधी, सेंधवा में नाकाबंदी करते हुए वाहनों की तलाशी प्रारम्भ की। किन्तु अपहरणकर्ता नहीं मिला। इस पर जुलानिया के पास नाकाबंदी कर ट्रक में मोबाइल साइलेंट मोड पर पड़ा मिला। उक्त ट्रक कटारिया वायर्स रतलाम से माल भरकर पूना जा रहा था। जिसे दिनांक 14 फरवरी को काटारिया वायर्स से लाड कर पेट्रोल पंप पर ट्रक चालक द्वारा खड़ा किया गया था। इस दौरान दोपहर 12 बजे पूना के लिए निकला था। इस दौरान मोबाइल आरोपी रवि उर्फ प्रदीप कुमावत ने ट्रक में पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए डाल दिया था।

पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक महेंद्र पोरवाल की बुआ की बेटी से उसके दोस्त आरोपी किशोर पाटीदार के प्रेम संबंध थे। महेंद्र को इस बात का पता चला और उसने बहन के फोटो उसके मोबाइल में देखे थे। इस पर उनका विवाद हुआ था। यही रंजिश के कारण किशोर पाटीदार ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने दोस्त रवि उर्फ प्रदीप प्रजापत निवासी पलसोड़ा की मदद से महेंद्र पोरवाल को बाइक से बैठाकर अपने मामा बनवारीलाल प्रजापत के इसरथूनी रोड पर स्थित खेत पर लाए। वहाँ शराब पार्टी की। जिसके बाद बहन की दोस्ती वाली रंजिश को लेकर दोनों ने मफलर से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। उसके बाद लाश को मफलर से पत्थर बांधकर खेत में स्थित कुएं में डाल दी। आरोपीगणों की निशानदेही पर ही कुएं से मृतक महेंद्र पोरवाल को शुक्रवार शाम करीब साढे छह बजे बरामद किया गया। आरोपी किशोर के खिलाफ चोरी, छेड़छाड़ व मारपीट में पूर्व में प्रकरण दर्ज है।