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ग्वालियर इलाज कराने लाया दुष्कर्म का आरोपी पुलिस को चकमा देकर फरार

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Feb 9, 2018

गुना। जिले की चांचौड़ा उपजेल से पुलिस कस्टडी में इलाज कराने ग्वालियर जयारोग्य अस्पताल लाया गया दुष्कर्म का आरोपी पुलिस हिरासत से भाग निकला। आरोपी को पुलिस की निगरानी में  बेहोशी की हालत में बुधवार को  जयारोग्य के आईसीयू में भर्ती कराया गया था, आरोपी के फरार होने की घटना सीसीटीवी मे कैद हो गई है।

चांचौड़ा उपजेल में बंद था आरोपी...

दरसअल झाड़ेरा जिला गुना का रहने वाला आरोपी जगदीश मीणा दुष्कर्म के आरोप में न्यायिक हिरासत में चांचौड़ा उपजेल में बंद था। सोमवार को आरोपी ने जेल में शिकायत कर बताया कि उसके आधे शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही है, जिसके बाद जेल प्रशासन ने जगदीश को चांचौड़ा के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था। जहां दो दिन तक उसका इलाज चला।बुधवार को उसकी हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे ग्वालियर के लिए रैफर कर दिया।

नींद खुली तो बिस्तर से गायब था आरोपी...

पुलिस लाइन में पदस्थ प्रधान आरक्षक कुलदीप, लालाराम व सिपाही बृजेंद्र सिंह की निगरानी में आरोपी जगदीश मीणा को इलाज के लिए एंबुलेंस से ग्वालियर के जेएएच लाया गया। यहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। इस दौरान बंदी के हाथ में हथकड़ी डालकर उसे अस्पताल के बेड से लॉक कर दिया गया। शाम को आरोपी का पिता भी अस्पताल पहुंच गया था।वह भी आईसीयू के बाहर बैठा था। अस्पताल के बिस्तर के पास बैठकर उसकी निगरानी कर रहे हवलदार लालाराम की रात में नींद लग गई। जब तड़के तीन बजे उसकी नींद खुली तो देखा कि आरोपी बिस्तर से गायब है, और हथकड़ी बिस्तर पर पड़ी थी।

हवलदार ने आईसीयू के बाथरूम व अन्य स्थानों पर आरोपी को ढूंढा लेकिन वह नहीं मिला। हवलदार इस बात से हैरान था कि जिस बंदी का धड़ नीचे का हिस्सा काम नहीं कर रहा था। वह भाग कैसे सकता है। अस्पताल के बिस्तर से गायब बंदी जगदीश के पिता शिवनारायण मीणा भी आईसीयू के बाहर सो रहे थे। जब उन्हें मालूम पड़ा कि उनका बेटा अस्पताल के बिस्तर पर नहीं है,तो वे उल्टा हवलदार से पूछने लगे कि जगदीश कहां गया।

सीसीटीवी फुटेज से खुलासा...

इसके बाद काफी देर तक वे भी पुलिस के साथ उसे तलाशते रहे और कुछ देर बाद वे भी गायब हो गए। बंदी के अस्पताल से भागने की घटना के बाद पुलिस ने जेएएच कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए। सीसीटीवी कैमरे में बंदी आईसीयू से निकलने के बाद भागता हुआ नजर आ रहा है। फुटेज से साफ है कि बंदी के धड़ के नीचे का हिस्सा काम नहीं करने का वह नाटक कर रहा था।

बड़ा सवाल...

अब सवाल यह उठता है, कि चांचौड़ा के डॉक्टर ने उसे किस आधार पर ग्वालियर रैफर कर दिया था। बंदी के अस्पताल से भागने की सूचना प्रधान आरक्षक लालाराम ने कंपू थाना पुलिस को दी। कंपू थाना पुलिस ने लालाराम की सूचना पर जगदीश मीणा के खिलाफ न्यायिक हिरासत से भागने का मामला दर्ज कर लिया है।