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भारत बंद के दौरान हुए उपद्रव में पॉलीटेक्निक के 150 छात्रों की भूमिका उजागर

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Apr 6, 2018

मुरैना में दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान बाजार से लेकर रेलवे ट्रैक पर हुए उपद्रव का नेतृत्व करने के लिए पॉलीटेक्निक हॉस्टल के 150 छात्रों की भूमिका उजागर हुई है। कानून-व्यवस्था को कड़ी चुनौती देने वाली इस वारदात के आरोपियों की शिनाख्त पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शुरू कर दी है।

पॉलीटेक्निक के सीसीटीवी फुटेज बने 2 अप्रैल के गवाह
कलेक्टर एसपी पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास पहुँचे और वहां तैनात कर्मचारियों से बातचीत की। पॉलीटेक्निक के सीसीटीवी फुटेज इस बात के गवाह हैं कि दो अप्रैल की सुबह 10.30 से 11.30 बजे के बीच चार बाहरी लोग पॉलीटेक्निक हॉस्टल पहुंचे थे। जिनमें से दो युवक बाइक पर सवार थे और दो साइकिल पर बैठकर हॉस्टल पहुंचे थे। इन चार युवकों ने हॉस्टल पहुंचने के पांच से दस मिनिट के बाद ही तीनों हॉस्टल 150 से अधिक छात्र लाठी, डंडे व सरिए लेकर अंबाह तिराहे होकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए थे। इन छात्रों ने भीड़ का नेतृत्व किया और पुलिस पर पथराव से लेकर फायरिंग तक कराई। 

हॉस्टल के छात्रों के शामिल होने के तथ्य आए सामने
पॉलीटेक्निक प्रशासन ने दो अप्रैल के घटनाक्रम में हॉस्टल के छात्रों के शामिल होने के तथ्य को प्रशासन के समक्ष पेश किया है, फुटेज में छात्रों के हाथों में नीले व सतरंगी झंडे दिखाई दे रहे हैं। वे झंडे रेलवे ट्रैक पर मौजूद युवाओं की भीड़ के हाथों में देखे गए थे। दरअसल पॉलीटेक्निक हॉस्टल में 377 छात्र दर्ज हैं। दो अप्रैल की घटना के बाद से 186 छात्र तो हॉस्टल में रोक लिए गए हैं, लेकिन घटना के बाद से 181 छात्र गायब हैं। जिनके बारे में फिलहाल हॉस्टल प्रबंधन को कोई जानकारी नहीं है।  

एसपी आदित्यप्रताप सिंह का क्या है कहना
इस बारे में एसपी आदित्यप्रताप सिंह का कहना है कि पॉलीटेक्निक छात्रों की उपद्रव में संलिप्तता को पुलिस चेक कर रही है। अपराध प्रमाणित होने पर गिरफ्तारी की जाएगी।पॉलीटेक्निक हॉस्टल के छात्रों की उपद्रव में उपस्थिति की बात मेरे संज्ञान में भी आई है। इन छात्रों को हॉस्टल से कौन लेकर आया उसकी भी तलाश जारी है।