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शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने 10 मार्च को भारत बंद का किया ऐलान, जानिए क्या है मांग?

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Feb 27, 2024

Swaraj News - काशी में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने का बड़ा ऐलान किया है... उन्होंने कहा कि पिछले 75 सालों में हमने कई सरकारें देखीं लेकिन आज तक गोहत्या पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया... यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस देश में गीता, गाय और गंगा को मां का दर्जा दिया जाता है, वहां आज तक गोहत्या रोकने के लिए कोई सख्त कानून नहीं बनाया गया है। इसलिए हम गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए मार्च करेंगे और गौहत्या के विरोध में 10 मार्च को सुबह 10:00 बजे से अगले 10 मिनट के लिए भारत बंद का भी ऐलान किया गया है...

गौ माता के लिए 10 मार्च को भारत बंद का ऐलान -

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि गाय हमारी माता है और उसके साथ अमानवीय व्यवहार बंद नहीं हुआ है. जिससे सभी साधु-संतों और हिंदू समाज में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए हमारा संघर्ष जारी है, हम इसके लिए पदयात्रा भी निकाल रहे हैं। साथ ही हम एक बड़ी घोषणा करना चाहते हैं कि 10 मार्च को सुबह 10:00 बजे 10 मिनट के लिए भारत बंद रहेगा. इस दौरान लोग घर से बाहर निकलकर 10 मिनट तक गौ माता के नाम का जाप करेंगे. हम देश को किसी भी तरह के आर्थिक नुकसान के पक्ष में नहीं हैं इसलिए विरोध स्वरूप यह भारत बंद सिर्फ 10 मिनट तक रहेगा। इसके लिए उन्होंने सभी को आगे आने का आह्वान किया है...

राजनीतिक दलों को भेजा गया शपथ पत्र -

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने यह भी घोषणा की कि, इस बार अगले लोकसभा चुनाव 2024 में हमारा समर्थन केवल उस पार्टी को होगा जो गोहत्या के खिलाफ है और इसके लिए हमने 100 से अधिक पार्टियों को शपथ पत्र भी भेजा है। तीन दलों ने भी इस पर हस्ताक्षर कर हमें अपना समर्थन दिया है. चाहे वह एन.डी.ए. गठबंधन हो या आई.एन.डी.आई.ए. गठबंधन हो या कोई अन्य दल, उन्हें हमारा समर्थन तब तक नहीं मिलेगा जब तक कि वे मानव हत्या के खिलाफ आवाज नहीं उठाते और इस शपथ पर हस्ताक्षर नहीं करते।

ज्ञानवापी पर कोर्ट के फैसले का स्वागत -

उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि गौहत्या रोकने के लिए सख्त कानून बनाया जाए और हमारी पूजनीय गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए। इसके अलावा हम गोहत्या के खिलाफ समान विचारधारा वाले लोगों के साथ मिलकर गाय गठबंधन बनाएंगे. ज्ञानवापी मुद्दे पर सवाल पूछे जाने पर शंकराचार्य ने हाई कोर्ट के फैसले का स्वागत किया और कहा कि वाराणसी जिला न्यायालय के आदेश को मुस्लिम पक्ष ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी और हाई कोर्ट ने साफ कर दिया था कि व्यास तहखाने में पूजा जारी रहेगी. हम इस फैसले का स्वागत करते हैं...

Report By:
Author
Ankit tiwari