Apr 12, 2020
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मलेरिया ड्रग- हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवा के निर्यात पर प्रतिबंध लाने की जगह जरुरत मंद देशों की मदद करेगा। साथ ही उन्होंने देश के नागरिकों को ये सुनिश्चित किया कि देश में इस दवा की मांग और स्टॉक में कोई कमी नहीं आएगी। बता दें कि मौजूदा समय में उत्पादन क्षमता को ध्यान में रखते हुए इस दवा को मरीजों, उनके संपर्क में आए लोगों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को दिया जा रहा है। सूत्र के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण समय है, जब भारत लोगों की जिंदगियां बचा सकता है, हम इसे हाथ से जाने नहीं देंगे।
दवा का उत्पादन बढ़ाने का निर्णय
सूत्रों के मुताबिक, एक बैठक के दौरान हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन दवा का उत्पादन बढ़ाने और अन्य देशों को इसकी सप्लाई करने का निर्णय लिया गया है। जिन देशों में इस दवा की आपूर्ति के लिए अनुरोध किया है, उन्हें इस दवा की सप्लाई की जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि PM मोदी कोरोना को लेकर हो रहे रिसर्च पर नजर बनाए हुए हैं। हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन के बारे में पढ़ने के बाद पीएम मोदी ने फार्मा कंपनियों के कुछ प्रमुखों को भारत की उत्पादन क्षमता के बारे में जानकारी देने के लिए बुलाया है। साथ ही उन्होंने दवा कंपनियों से इस दवा की उत्पादन बढ़ाने की मांग की। सूत्रों के अनुसार, अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीन होने से पहले ही पीएम मोदी ने ऐसा किया था।
वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने का मौका
दवा कंपनी जाइडस कैडिला के सीईओ पंकज पटेल ने बताया कि PM मोदी ने उद्योग को यह कहकर प्रेरित किया कि भारत के लिए यह एक वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने का मौका है। पटेल ने बताया कि पीएम मोदी ने हमें सहायता के लिए आश्वासित किया था और रिजल्ट सभी के सामने है। उन्होंने कहा कि हमारे उद्योग ने इस महीने 20 करोड़ टैबलेट्स का उत्पादन किया है। अगले महीने मेरी कंपनी 15 करोड़ एपीआई टैबलेट्स का उत्पादन करेगी।