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2014 के बाद से इतना पावरफुल हो गया है ED , बिना वारंट के भी हो सकती है गिरफ्तारी

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Aug 3, 2024

लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने यह दावा करके राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी कि ED (Enforcement Directorate)  शुक्रवार सुबह उनके घर पर छापा मारने की तैयारी कर रहा है. राहुल गांधी ने दावा किया कि संसद के बजट सत्र में उनके भाषण के बाद ED छापेमारी की प्लानिंग बना रही है. राहुल गांधी के दावे के साथ ही अटकलें तेज हो गई हैं कि क्या ED देश के विपक्ष के नेता को गिराफ्तार करेगा.

राहुल गांधी ने शुक्रवार सुबह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ''जाहिर है, उनमें से किसी को भी मेरा जटिल भाषण पसंद नहीं आया.'' ईडी के अंदरूनी सूत्रों ने मुझे बताया है कि रेड की तैयारी चल रही है. मैं बांहें फैलाकर ईडी का इंतजार कर रहा हूं. मेरी ओर से ईडी अधिकारियों को चाय और बिस्किट.

राहुल गांधी ने इस पोस्ट में ED के आधिकारिक एक्स हैंडल को भी टैग किया. राहुल गांधी के इस पोस्ट के बाद यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या ईडी राहुल गांधी के आवास पर छापेमारी करेगी? क्या राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जा सकता है?

संसद में विपक्ष के नेता के तौर पर अपने भाषण में राहुल गांधी ने 'महाभारत के चक्रव्यू' का जिक्र किया. उन्होंने बजट सत्र में सदन को बताया कि हजारों साल पहले कुरूक्षेत्र में 6 लोगों ने अभिमन्यु को चक्रव्यू में फंसाकर मार डाला था. मैंने कुछ शोध किया और पाया कि चक्रव्यूह को पद्मव्यूह भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कमल जैसी संरचना और वह भी कमल के आकार में. प्रधानमंत्री इस प्रतीक को अपने दिल के करीब रखते हैं.

राहुल गांधी ने कहा कि जो अभिमन्यु के साथ हुआ वही भारत के साथ हो रहा है. यह युवाओं, किसानों, महिलाओं, छोटे और मध्यम व्यापारियों के साथ किया जा रहा है. अभिमन्यु की हत्या छह लोगों ने की थी. आज भी चक्रव्यू के केंद्र में छह लोग हैं. आज भारत पर 6 लोगों का नियंत्रण है. इन छह लोगों में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, कारोबारी अंबानी और अडानी का नाम लिया था.

राहुल गांधी के ED छापे की आशंका जताने वाले बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि वे वायनाड त्रासदी से देश का ध्यान भटकाना चाहते हैं. वायनाड में कांग्रेस की नीतियां और कार्यकर्ता विफल हो गए हैं और वे मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहते हैं. अगर राहुल गांधी ने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया होता तो ED छापेमारी नहीं करती. ED ने भ्रष्टाचारियों पर छापे मारे. अगर उन्होंने भ्रष्टाचार किया है तो ED छापेमारी करेगी. केरल में I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार है. वहां कांग्रेस के कार्यकर्ता और नीतियां विफल साबित हुई हैं. 

हालांकि, पिछले 10 साल की ED की कार्यवाही पर नजर डालें तो साफ तौर पर पता चलता है की नेताओं के घर में ज्यादा छापे पड़े है. मार्च 2023 में, वित्त मंत्रालय ने लोकसभा में कहा कि 2004 से 2014 तक, ED ने 112 स्थानों पर छापे मारे और रुपये जब्त किए. 2014 से 2022 तक आठ वर्षों में 3,010 छापे मारे गए जबकि 5,346 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई. 1 लाख करोड़ की संपत्ति को गिरवी रख लिया गया. समीक्षाधीन आठ वर्षों के दौरान राजनीतिक नेताओं की गिरफ्तारी के मामलों में चार गुना वृद्धि हुई. ईडी 2014 से 2022 के बीच 121 बड़े नेताओं के खिलाफ जांच कर रही है.

2014 के बाद से इतना पावरफुल  हो गया है ED

मोदी सरकार ने पीएमएलए में गंभीर बदलाव किए और इसका दायरा बढ़ाकर इसे सख्त बना दिया. अधिनियम की धारा 45 में कहा गया है कि ईडी अधिकारी किसी भी व्यक्ति को बिना वारंट के गिरफ्तार कर सकता है. अधिनियम के तहत ईडी को परिसरों पर छापेमारी, तलाशी और गिरफ्तारी करने का अधिकार है. साथ ही ईडी को यह भी ताकत दी गई कि पूछताछ में आरोपी ने ईडी अधिकारियों के सामने जो बयान दिया है, उसे कोर्ट में सबूत के तौर पर पेश किया जा सके. इसके अलावा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी को एफआईआर की कॉपी उपलब्ध कराने का भी कोई प्रावधान नहीं है. आरोपी ईडी से एफआईआर की मांग नहीं कर सकते.

Report By:
Devashish Upadhyay.